Scope of Public Administration in Hindi,Lok Prashasan ka kshetra, लोक प्रशासन क्षेत्र,POSDCORB लूथर गूलिक और हार्वे वाकर

Public Administration : लोक प्रशासन का क्षेत्र

पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन लोक प्रशासन

Public Administration ,Lok Prashasan ka Kshetra – लोक प्रशासन सार्वजनिक कानून को विस्तार पूर्वक और क्रमबद्ध रूप से लागू करने का नाम है । इसका अर्थ है सेवा करना अथवा देखभाल करना । इस प्रकार लोक प्रशासन का अर्थ लोगों की सेवा करना अथवा लोगों की देखभाल करना है । लोक प्रशासन का प्रयोग व्यापक और सीमित दोनों रूप में किया जाता हैं ।

प्रशासन को अंग्रेजी में ‘एडमिनिस्ट्रेशन‘ कहते हैं और यह शब्द लैटिन भाषा के दो शब्दों ऐड ( Ad ) और मिनिस्टेयर ( Ministiare ) के मेल से बना है। इसका अर्थ है ‘सेवा करना अथवा देखभाल करना’। इस तरह लोक प्रशासन का अर्थ लोगों की सेवा करना अथवा लोगों की देखभाल करना है।

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लोक प्रशासन का क्षेत्र ( Public Administration Scope in Hindi )

जैसे कि लोक प्रशासन के स्वरूप के बारे में दो विचारधाराएं पाई जाती हैं ,उसी तरह लोक प्रशासन के क्षेत्र संबंधी भी दो विचारधाराएं प्रचलित हैं । एक विचारधारा के अनुसार लोक प्रशासन का सम्बन्ध केवल कार्यपालिका की गतिविधियों से है । यह लोक प्रशासन की सीमित विचारधारा हैं ।

अन्य दृष्टिकोण के अनुसार लोक प्रशासन का सम्बन्ध सरकार के सभी कार्यों के पूर्ण करने से है । इस तरह इसमें सरकार की तीनों ही शाखाएं – विधानमंडल , कार्यपालिका और न्यापालिका की गतिविधियां शामिल हैं ।

लोक प्रशासन की क्षेत्र की व्याख्या दो विद्वानों लूथर गूलिक और हार्वे वाकर ने अलग अलग प्रकार से की हैं जो कि निम्नलिखित हैं –

लूथर गूलिक के अनुसार लोक प्रशासन का क्षेत्र ( Scope of public administration according to Luther Gulick in Hindi )

लूथर गूलिक ने लोक प्रशासन के क्षेत्र के बारे में पॉडकॉर्ब ( POSDCORB ) शब्द का प्रयोग किया हैं जिसकी व्याख्या निम्नलिखित हैं –

PPlanning ( नियोजन )
OOrganisation ( संगठन )
SStaffing ( कर्मचारी वर्ग )
DDirecting ( निर्देश देना )
CoCoordination ( तालमेल कायम करना )
RReporting ( रिपोर्ट तैयार करना )
BBudgeting ( बजट तैयार करना )
POSDCORB

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नियोजन ( Planning )

इसका अर्थ है कि कोई भी विशेष कार्य करने से पूर्व उसके विभिन्न पक्षों के बारे में उचित विचार प्रकट करके एक सामान्य रूपरेखा तैयार कर लेना और उसके अनुसार ही कार्य करना।

संगठन ( Organization )

इसमें प्रशासकीय ढांचा , उसका आकार , कर्मचारियों में काम का विभाजन और उनके आपसी सम्बन्धो का अध्ययन शामिल हैं ।

कर्मचारी वर्ग ( Staffing )

संगठन को कार्यकुशलता से चलाने के लिए कर्मचारी वर्ग की नियुक्ति उनके प्रशिक्षण और सेवा शर्तों की व्यवस्था करना है।

निर्देश देना ( Directing )

शासन के संचालन के लिए उच्च अधिकारियों द्वारा अधीनस्थ कर्मचारियों को निर्देश देना ,निर्णय करना और नेतृत्व करना शामिल है।

तालमेल कायम करना ( Coordination )

प्रत्येक विभाग में अपने उद्देश्य की प्राप्ति के लिए कई शाखाएं होती है। इन शाखाओं और कर्मचारियों में आपसी समन्वय कायम करना सफलता की कुंजी है।

रिपोर्ट करना ( Reporting )

प्रत्येक बड़े और छोटे संगठन में ‘पदसोपान’ ( Hierarchy ) की व्यवस्था की जाती हैं ताकि प्रत्येक अधीनस्थ कर्मचारी अपने काम के बारे में अपने से उच्च स्तर के कर्मचारी अथवा अधिकारी को रिपोर्ट करें ।

बजट तैयार करना ( Budgeting )

बजट का अर्थ सरकार की आय और व्यय का विवरण तैयार करना है । इसमें कई अन्य बाते भी शामिल है जैसे कि वित्तीय योजना तैयार करना ,हिसाब -किताब रखना , प्रशासकीय विभागों पर नियंत्रण रखना आदि ।

लूथर गूलिक द्वारा दिये गए विचार को एक पीढ़ी तक तो माना जाता हैं जैसे कि लुईस मैरियम ( Lewis Mariam ) ने कहा है कि POSDCORB क्रियाओं का अस्तित्व सभी तरह की प्रशासकीय स्थिति में रहा हैं , परंतु उन्होंने ही अपनी प्रतिक्रिया प्रकट करते हुए कहा हैं कि इसमें विषय – वस्तु की तरफ ध्यान नहीं दिया गया ।

इस तरह लुईस मैरियम लोक प्रशासन के क्षेत्र में पॉडकॉर्ब और विषय वस्तु दोनों को शामिल करने का समर्थन करते हैं । दूसरे शब्दों में लोक प्रशासन में सैद्धान्तिक और व्यवहारिक दो पक्षों का अध्ययन किया जाना चाहिए ।

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हार्वे वाकर के अनुसार लोक प्रशासन का क्षेत्र ( Scope of public administration according to Harvey Walker in Hindi )

हार्वे वाकर ने लोक प्रशासन के क्षेत्र के बारे में विस्तृत और व्यापक विचार प्रकट किए है । उन्होंने लोक प्रशासन के क्षेत्र को मुख्यतौर पर दो भागों में बांटा हैं – प्रशासकीय सिद्धांत और व्यवहारिक प्रशासन

प्रशासकीय सिद्धान्त ( Administrative Theory in Hindi )

इसके अधीन सभी तरह की लोक सत्ता ( केंद्रीय ,राज्य , अथवा स्थानीय ) का आकार ,संगठन ,कार्य और विधियों का अध्ययन शामिल किया जाता हैं। इसमें प्रशासन पर संसदीय सरकारी , न्यायिक और प्रशासकीय मशीनरी का आंतिरक नियन्त्रण शामिल हैं।

इसके अतिरिक्त शोध , नियोजन ,कार्यक्रम और उनके लागू करने से जुड़ी समस्याओं,कर्मचारी वर्ग की नियुक्ति से संबंधित समस्याएं , सार्वजनिक गतिविधियों ,सूचना और जनता के परस्पर संबंधों को भी शामिल किया जा सकता है।

व्यवहारिक प्रशासन ( Applied Administration in Hindi )

हार्वे वाकर ने व्यावहारिक प्रशासन के मूल रूपों को निम्नलिखित दस कार्यों में बांटा है –

राजनीतिक ( Political )

इसमें विधानमंडल और कार्यपालिका में परस्पर संबंधों का अध्ययन मंत्रिमंडल की राजनीतिक प्रशासकीय गतिविधियों मंत्री एवं प्रशासकीय मुखिया के परस्पर संबंधों का अध्ययन शामिल है।

विधानमंडल ( Legislature )

इसके अधीन प्रदत्त कानून निर्माण और उच्च अधिकारियों द्वारा कानून का मसौदा तैयार करने का कार्य शामिल किया जाता है।

वित्तीय ( Financial )

वित्तीय कार्यों में बजट को तैयार करने से लेकर उसके संसद द्वारा पास होने और उसे लागू करने तक के सभी कार्यों का अध्ययन शामिल है।

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सुरक्षा ( Defence )

इसमें देश की रक्षा प्रशासन का अध्ययन किया जाता है

सामाजिक ( Social )

इसमें समाज कल्याण के लगभग सभी कार्य जैसे मकान निर्माण ,सामाजिक सुरक्षा, खाद्य, रोजगार आदि का अध्ययन शामिल है।

शिक्षा ( Education )

इसके अध्ययन में शिक्षा प्रबंध के सभी पक्ष शामिल किए जाते हैं।

आर्थिक ( Economic )

आर्थिक क्षेत्र में प्रशासन की बहुत सी आर्थिक गतिविधियों जैसे कि कृषि उद्योग सार्वजनिक क्षेत्र विदेशी व्यापार और वाणिज्य शामिल है।

विदेशी क्रियाएं ( Foreign Activities )

लोक प्रशासन के क्षेत्र में विदेशी गतिविधियों अथवा क्रियाओं जैसे कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग अंतर्राष्ट्रीय शांति अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं अंतरराष्ट्रीय राजनीति आदि विषय शामिल किए जाते हैं।

साम्राज्य ( Imperial )

इसमें साम्राज्यवादी राज्यों के अन्य राज्यों पर अधिकारों के ढंग और समस्याओं का अध्ययन शामिल है।

स्थानीय ( Local )

लोक प्रशासन के स्थानीय क्षेत्र के अधीन स्थानीय संस्थाओं का प्रबंध उनकी गतिविधियों और समस्याओं का अध्ययन शामिल है।

लोक प्रशासन का व्यवहारिक पक्ष चाहे काफी विस्तृत है, परंतु वास्तव में आधुनिक प्रशासन उपरोक्त क्षेत्र के अतिरिक्त मानवीय संबंधों और वातावरण से भी संबंधित होता है। सत्य तो यह है कि यह दोनों विचार एक दूसरे के बिना अधूरे हैं क्योंकि लोक प्रशासन का क्षेत्र प्रत्येक देश में एक समान नहीं होता।

साम्राज्यवादी देशों जैसे कि इंग्लैंड , संयुक्त राज्य अमेरिका आदि राज्यों में लोक प्रशासन का क्षेत्र काफी सीमित है क्योंकि इन देशों में निजी प्रशासन बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है, परंतु इसके विपरीत समाजवादी देशों जैसे कि चीन ,उत्तरी कोरिया, क्यूबा, वियतनाम आदि में लगभग समस्त गतिविधियों का राष्ट्रीयकरण किया होता है और इसलिए इनका संचालन कोई निजी क्षेत्र नहीं अपितु सरकार अथवा लोक प्रशासन द्वारा ही किया जाता है।

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FAQ Checklist

पॉडकॉर्ब ( POSDCORB ) शब्द के जनक कौन हैं ?

लूथर गूलिक ने लोक प्रशासन के क्षेत्र के बारे में पॉडकॉर्ब ( POSDCORB ) शब्द का प्रयोग किया हैं।

पॉडकॉर्ब ( POSDCORB ) शब्द का अर्थ बताएं।

P-Planning ( नियोजन ) , O-Organisation ( संगठन ) , S-Staffing ( कर्मचारी वर्ग ) , D-Directing ( निर्देश देना ) , Co-Coordination ( तालमेल कायम करना ) , R-Reporting ( रिपोर्ट तैयार करना ) , B-Budgeting ( बजट तैयार करना )

साम्राज्यवादी देशों में लोक प्रशासन का क्षेत्र सीमित क्यों हैं ?

साम्राज्यवादी देशों जैसे कि इंग्लैंड , संयुक्त राज्य अमेरिका आदि राज्यों में लोक प्रशासन का क्षेत्र काफी सीमित है क्योंकि इन देशों में निजी प्रशासन बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।

हार्वे वाकर के अनुसार लोक प्रशासन का क्षेत्र बताएं।

उन्होंने लोक प्रशासन के क्षेत्र को मुख्यतौर पर दो भागों में बांटा हैं – प्रशासकीय सिद्धांत और व्यवहारिक प्रशासन

समाजवादी देशों में लोक प्रशासन का क्षेत्र व्यापक क्यों हैं ?

समाजवादी देशों जैसे कि चीन ,उत्तरी कोरिया, क्यूबा, वियतनाम आदि में लगभग समस्त गतिविधियों का राष्ट्रीयकरण किया होता है और इसलिए इनका संचालन कोई निजी क्षेत्र नहीं अपितु सरकार अथवा लोक प्रशासन द्वारा ही किया जाता है।

हार्वे वाकर का प्रशासकीय सिद्धान्त क्या हैं ?

इसके अधीन सभी तरह की लोक सत्ता ( केंद्रीय ,राज्य , अथवा स्थानीय ) का आकार ,संगठन ,कार्य और विधियों का अध्ययन शामिल किया जाता हैं। इसमें प्रशासन पर संसदीय सरकारी , न्यायिक और प्रशासकीय मशीनरी का आंतिरक नियन्त्रण शामिल हैं।

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