Civil Services -Advantages and Disadvantages of Position Classification in Hindi ,Position Classification Benefits पद वर्गीकरण

Position Classification: पद वर्गीकरण के 15 गुण और दोष

पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सिविल सर्विस

Position Classification पद वर्गीकरण – वर्गीकरण की यह व्यवस्था कर्तव्यों के वर्गीकरण के नाम से भी जानी जाती है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका में भी प्रचलित है और पदों का समूहीकरण उत्तरदायितत्वों और योग्यताओं के आधार पर किया जाता है। पद कार्य व्यवस्था पद वर्गीकरण ( Position Classification ) की योजना है। दूसरे शब्दों में पद का वर्गीकरण पदकार्य की प्रकृति के आधार पर किया जाता है ना कि व्यक्ति की पद की स्थिति पर।

पद वर्गीकरण ( Position Classification ) व्यवस्था में किसी कर्मचारी का दर्जा, वेतन आदि पद के कार्यों पर निर्भर होता है। किसी कर्मचारी द्वारा निभाए जाने वाले कर्तव्यों तथा उत्तरदायित्वों को पद का समूह कहा जाता है। यह किसी कर्मचारी की पहचान और व्यवसाय के रूप पर निर्भर नहीं होता। लोक सेवकों में पद वेतन और स्तर पर निर्भर करता है।

Table of Contents विषय सूची

पद वर्गीकरण के 10 गुण ( Position Classification 10 Important Advantages in Hindi )

सरकारी अभिकरणों में कार्य के प्रतिफल के लिए सुरक्षित रचनाएं पद वर्गीकरण ( Position Classification ) द्वारा तैयार की जाती है। पद वर्गीकरण में यह लहर उचित कार्य के लिए उचित वेतन की मांग से शुरू हुई। पद वर्गीकरण के कुछ गुण निम्नलिखित है –

तर्कता व्यवस्था ( Logic System )

यह पूरे वर्गों और पदों के समूहों जिनका वेतन समान है उनमें तर्कता व्यवस्था लागू करता है। वर्गीकरण पदों के कर्तव्यों, समस्याओं और कर्तव्यों के लिए उचित उत्तरदायित्व स्तरों को निर्धारित करता है। कर्तव्यों के क्षेत्र को निर्धारित करने के बाद हर एक वर्ग के कर्मचारियों के प्रतिफल दरें निश्चित कर दी जाती है।

कार्मिक प्रशासन में अहम भूमिका ( Key Role in Personnel Administration )

यह व्यवस्था कार्मिक लोक सेवाओं को मुख्य ढांचा प्रदान करती है। भर्ती ,चयन स्तर ,पदोन्नति, तब्दीली स्तर और प्रशिक्षण प्रोग्रामों के माध्यम से वर्ग ढांचे को सुविधाएं दी जाती है। इस तरह कार्मिक प्रशासन में यह मुख्य भूमिका निभाती है।

विशिष्टीकरण को उच्च स्तर प्रदान करना ( Providing a high degree of Specialization )

यह विशिष्टीकरण को उच्च स्तर प्रदान करता हैं । यह इंजीनियरिंग आदि सेवाओं में योग्य भूमिका निभाता हैं । वर्गीकरण के आधार पर सेवाओं में विशिष्टता बनाई जाती हैं ।

समान पारिभाषिक शब्दावली को सुविधाजनक बनाना ( Facilitating Common Terminology )

यह एक समान परिभाषिक शब्दावली को प्राप्त करने में सुविधाजनक बनाते हैं जैसे पदों को दिये गए नाम और नियुक्ति के लिए लक्ष्यों को प्राप्त करना ।

पद वर्गीकरण बजट प्रक्रिया में सहायक ( Position Classification Assistant in the Budget Process )

पद वर्गीकरण ( Position Classification ) कई परिस्थितियों जैसे बजट प्रक्रिया , संगठनात्मक योजनाएं , जनशक्ति नियोजन आदि में मदद करता है। कर्मचारी को वर्ग पद के आधार पर बजट बनाने की प्रक्रिया में वेतन योजना को सुविधाजनक बनाता है।

यह भी पढ़ें –

प्रशिक्षण नीति में सहायक ( Assistant in Training Policy )

पद वर्गीकरण ( Position Classification ) एक समान प्रशिक्षण निर्देशित करता है, कर्मचारी प्रशिक्षण रेखाओं के बारे में जानते हैं। प्रशिक्षण नीति को तर्कसंगत बनाता है।

यह पद के तत्वों को परिभाषित करता है ( It defines the Elements of the term )

यह हर एक पद के तत्वों को परिभाषित करता है। इस तरह कोई भी कर्मचारी निष्पादन मूल्यांकन में उद्देश्य और तर्कता के तत्वों को प्राप्त कर सकता है।

संगठनात्मक स्पष्टता ( Organizational clarity )

यह संगठनात्मक स्पष्टता को सभी पदों व्दारा परिभाषित करके सुविधाजनक बनाता हैं ।

यह भी पढ़ें –

भर्ती कार्य मे सहायक ( Recruitment assistant )

पद वर्गीकरण ( Position Classification ) व्यवस्था द्वारा भर्ती के कार्यों को सुविधाजनक बनाया जाता हैं । यह भर्ती प्रक्रिया के मुख्य आधारों को निर्धारित करता हैं । यह पदों में योग्यताओं की आवश्यकताओं ,चयन प्रणालियों को प्रबंधकीय संख्याओं में रूपांतरित करता हैं ।

नियोक्ता और कर्मचारियों के संबंधों में सहायक ( Helpful in employer and employee relations )

यह नियोक्ता और कर्मचारियों में सम्बन्धो को मजबूत बनाता हैं । यह सेवावर्गीय मामलों में अच्छी संचार सुविधाओं में मदद करता हैं । और नियोक्ता और कर्मचारियों के बीच गलतफहमी को सुलझाने के प्रयास करता हैं ।

पद वर्गीकरण के दोष ( 5 Important Disadvantages of Position Classification in Hindi )

पद वर्गीकरण ( Position Classification ) व्यवस्था निम्नलिखित कारणों से आलोचनात्मक होती हैं –

यह भी पढ़ें –

पदोन्नति में बाधा ( Barrier to Promotion )

पद वर्गीकरण सेवा वर्गीय प्रशासन में कठोर तत्व है। क्योंकि इसमें एक कर्मचारी को एक पद से दूसरे पद पर आसानी से नहीं बदला जाता जो कि एक मुख्य समस्या बन जाता हैं ।

ज्यादा समय और पैसा लगना ( Spend more Time and Money )

यह वर्गीकरण की विस्तारपूर्वक व्यवस्था है। इस तरह इसमें ज्यादा समय और ज्यादा पैसे लगते हैं।

स्पष्ट जानकारी की कमी ( Lack of Clear Information )

वर्गीकरण योजना व्यवस्था के अंतर्गत कम समय में पूरी जानकारी नहीं पाई जा सकती क्योंकि इसमें बहुत अधिक समय लगता है और ज्यादा पैसे भी खर्च होते हैं ।

कर्मचारियों के मनोबल बढ़ाने में बाधक ( Obstacles in boosting the morale of employees )

यह कर्मचारियों में उनके स्तर और प्रतिफल के बारे में अनुभव करवाती हैं जिस कारण उनके मनोबल में कमी आती हैं । कर्मचारियों को उच्च और निम्न स्तर का एहसास कार्यकुशलता में कमी लाती हैं ।

तकनीकी निपुणता की समस्या ( Technical Skill Problem )

पद वर्गीकरण ( Position Classification ) का अन्य दोष यह हैं कि यह तकनीकी निपुणता में भी मुश्किल से नियंत्रण करता हैं ।

यह भी पढ़े –

FAQ Checklist

वर्गीकरण का अर्थ समझाएं।

वर्गीकरण की यह व्यवस्था कर्तव्यों के वर्गीकरण के नाम से भी जानी जाती है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका में भी प्रचलित है और पदों का समूहीकरण उत्तरदायितत्वों और योग्यताओं के आधार पर किया जाता है। पद कार्य व्यवस्था पद वर्गीकरण ( Position Classification ) की योजना है। दूसरे शब्दों में पद का वर्गीकरण पदकार्य की प्रकृति के आधार पर किया जाता है ना कि व्यक्ति की पद की स्थिति पर।

पद वर्गीकरण व्यवस्था क्या हैं ?

पद वर्गीकरण ( Position Classification ) व्यवस्था में किसी कर्मचारी का दर्जा, वेतन आदि पद के कार्यों पर निर्भर होता है। किसी कर्मचारी द्वारा निभाए जाने वाले कर्तव्यों तथा उत्तरदायित्वों को पद का समूह कहा जाता है। यह किसी कर्मचारी की पहचान और व्यवसाय के रूप पर निर्भर नहीं होता। लोक सेवकों में पद वेतन और स्तर पर निर्भर करता है।

पद वर्गीकरण कार्मिक लोक सेवाओं को मुख्य ढांचा कैसे प्रदान करती हैं ?

यह व्यवस्था कार्मिक लोक सेवाओं को मुख्य ढांचा प्रदान करती है। भर्ती ,चयन स्तर ,पदोन्नति, तब्दीली स्तर और प्रशिक्षण प्रोग्रामों के माध्यम से वर्ग ढांचे को सुविधाएं दी जाती है। इस तरह कार्मिक प्रशासन में यह मुख्य भूमिका निभाती है।

पद वर्गीकरण बजट प्रक्रिया में कैसे सहायक हैं ?

पद वर्गीकरण ( Position Classification ) कई परिस्थितियों जैसे बजट प्रक्रिया , संगठनात्मक योजनाएं , जनशक्ति नियोजन आदि में मदद करता है। कर्मचारी को वर्ग पद के आधार पर बजट बनाने की प्रक्रिया में वेतन योजना को सुविधाजनक बनाता है।

पद वर्गीकरण भर्ती प्रक्रिया के लिए जरुरी क्यों हैं ?

पद वर्गीकरण ( Position Classification ) व्यवस्था द्वारा भर्ती के कार्यों को सुविधाजनक बनाया जाता हैं । यह भर्ती प्रक्रिया के मुख्य आधारों को निर्धारित करता हैं । यह पदों में योग्यताओं की आवश्यकताओं ,चयन प्रणालियों को प्रबंधकीय संख्याओं में रूपांतरित करता हैं ।

पद वर्गीकरण के गुण बताएं।

पद वर्गीकरण के कुछ गुण निम्नलिखित है –
1 .कार्मिक प्रशासन में अहम भूमिका
2 . पद वर्गीकरण बजट प्रक्रिया में सहायक
3 .प्रशिक्षण नीति में सहायक

पद वर्गीकरण के दोष क्या हैं ?

पद वर्गीकरण के निम्नलिखित दोष हैं –
1.पदोन्नति में बाधा
2.ज्यादा समय और पैसा लगना
3.स्पष्ट जानकारी की कमी
4.कर्मचारियों के मनोबल बढ़ाने में बाधक

वर्गीकरण के उद्देश्य बताएं।

वर्गीकरण के निम्नलिखित उद्देश्य हैं–
1. आँकड़ों को सरलता से समझने योग्य बनाना।
2. आँकड़ों को तुलना योग्य बनाना।
3. वैज्ञानिक प्रबंध निश्चित करना।

और पढ़ें –