Government Company Meaning, Types,Forms,Features in Hindi सरकारी कंपनी के अर्थ ,प्रकार ,रूप और विशेषताएं – सरकारी कंपनी प्रशासकीय संगठन का एक अन्य महत्वपूर्ण रूप है। सार्वजनिक निगम की तरह सरकारी कंपनी की स्थापना भी व्यापारिक तथा औद्योगिक कार्यों की प्रबंध के लिए की जाती है।
वर्तमान समय में सरकारी कंपनी सार्वजनिक क्षेत्रों के लिए काफी लाभदायक सिद्ध हो रही है। भारत में भी सरकारी कंपनियां देश की अर्थव्यवस्था में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। सरकारी कंपनियों का प्रयोग अधिकांशतया उत्पादन कार्यों के लिए किया जाता है।
साधारण तौर पर सार्वजनिक क्षेत्रों तथा निजी क्षेत्रों में कई पक्षों पर अंतर पाया जाता है परंतु कई बार सरकारी तथा निजी क्षेत्रों के उद्यमो का मिश्रण किया जाता है ताकि दोनों के गुणों का लाभ प्राप्त किया जा सके।
Table of Contents विषय सूची
सरकारी कम्पनी का अर्थ ( Meaning of Government Company in Hindi )
सार्वजनिक निगमों के विपरीत सरकारी कंपनी की स्थापना विधानमंडल द्वारा पास किए गए अलग कानून द्वारा नहीं की जाती अपितु इसकी स्थापना कंपनी अधिनियम 1956 के अधीन की जाती है।
सार्वजनिक निगम की तरह सरकारी कंपनी अधिनियम के अधीन इसकी परिभाषा दी गई है कि एक कंपनी का अर्थ उस कंपनी से है जिसको कंपनी अधिनियम के अधीन संगठित तथा रजिस्टर किया जाए।
सरकारी कंपनी से अभिप्राय ऐसी कंपनी से है जिसमें कम से कम 51% हिस्सा केंद्र सरकार का या किसी राज्य सरकार का अथवा केंद्र सरकार तथा एक या एक से अधिक राज्य सरकारों का हो अन्य शब्दों में सरकारी कंपनी में शेष हिस्सा किसी निजी व्यक्ति अथवा संस्था का हो सकता है। कई बार कई सरकारी कंपनी में पूंजी निवेश का सारा पैसा 100% सरकार द्वारा ही लगाया गया है।
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सरकारी कंपनी के प्रकार ( Government Company Types , Forms in Hindi )
वैधानिक दृष्टि में सरकारी कंपनियां कानूनी व्यक्ति अथवा वैधानिक अस्तित्व होता है जो अपने सदस्यों से बिल्कुल भिन्न होती है। इसके अतिरिक्त सरकारी कंपनी का दर्जा केवल वैधानिक संस्था वाला ही नहीं होता बल्कि यहां राजनीतिक ,सामाजिक ,आर्थिक तथा कानूनी पक्ष से मिश्रित संस्था होती है। सरकारी कंपनी के प्रकार निम्नलिखित हैं –
संयुक्त पूंजी कंपनी ( Joint Stock Company )
इस तरह की कंपनी में सारा पैसा सरकार द्वारा लगाया जाता है। भारत में इस तरह की अनेकों कंपनियां है जैसे कि हिंदुस्तान मशीन टूल्स सिंदरी फर्टिलाइजर भारत इलेक्ट्रॉनिक्स आदि।
मिश्रित संयुक्त पूंजी कंपनी ( Mixed Joint Stock Company )
इस तरह की कंपनी में पूंजी का काफी भाग सरकार द्वारा लगाया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि कंपनी तथा सरकार का नियंत्रण काफी प्रभावशाली सिद्ध हो सके। कंपनी में शेष भाग किसी व्यक्ति अथवा संस्था द्वारा लगाया जाता है जैसे कि हिंदुस्तान शीपयार्ड पेप्सी फूड आदि।
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सरकारी कंपनी की मुख्य विशेषताएं ( Main Features of Government Company in Hindi )
प्रशासनिक सुधार आयोग की अध्ययन टीम की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों की अध्ययन के बाद सरकारी कंपनी की कुछ निम्नलिखित विशेषताएं इस प्रकार है –
1 ) सरकारी कंपनी के काफी गुण निजी लिमिटेड कंपनी वाले होते हैं।
2 ) सरकारी कंपनी में पूर्ण अथवा 51% से अधिक पूंजी सरकार द्वारा लगाई जाती है।
3 ) ऐसी कंपनी के लगभग सभी या अधिकांश डायरेक्टरों की नियुक्ति सरकार द्वारा की जाती है। याद रहे कि सरकार द्वारा नियुक्त किए गए डायरेक्टरों की संख्या सभी कंपनियों में एक जैसी नहीं होती क्योंकि संबंधित कंपनी में लगी सरकार की पूंजी इसकी संख्या निर्धारित करती है।
4 ) सरकारी कंपनी एक कारपोरेट संस्था होती है तथा प्रत्येक कंपनी की स्थापना कंपनी एक्ट 1956 के अधीन की जाती है।
5 ) सरकारी कंपनी एक वैधानिक व्यक्ति है जो किसी के विरुद्ध मुकदमा चला सकती है तथा इसके विरुद्ध भी कोई मुकदमा चला सकता है। यह किसी तरह का समझौता कर सकती है तथा अपने नाम पर संपत्ति खरीद सकती है।
6 ) सर्वजनिक निगम के विपरीत सरकारी कंपनी की स्थापना कार्यपालिका के आदेश द्वारा की जाती है। इस संबंध में संसद द्वारा पास किए गए किसी कानून की आवश्यकता नहीं होती है अपितु सरकार की कंपनी के नियमों का निर्माण करती है तथा आवश्यकता पड़ने पर उनमें परिवर्तन कर सकती है ।
7 ) कंपनी के लिए आवश्यकतानुसार धन ,सरकार तथा कई मामलों में कंपनी की हिस्सेदारी तथा उत्पादित माल की बिक्री तथा सेवाओं के बदले में होने वाली आय से प्राप्त किया जाता है।
8 ) कंपनी को सार्वजनिक निगम की तरह वित्तीय तथा प्रशासकीय स्वायत्तता प्राप्त होती है।
9 ) सरकारी विभागों से आए कर्मचारियों को छोड़कर कंपनी के शेष कर्मचारी असैनिक कर्मचारी नहीं होते।
10 ) सरकारी कंपनियों की स्थापना साधारण तौर पर किसी माल के उत्पादन के लिए किया जाता है और इस तरह सरकारी कंपनी की स्थिति सरकारी विभाग तथा सार्वजनिक निगमों के बीच की होती है।
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FAQ Checklist
सरकारी कंपनी का क्या अर्थ है ?
सार्वजनिक निगम की तरह सरकारी कंपनी अधिनियम के अधीन इसकी परिभाषा दी गई है कि एक कंपनी का अर्थ उस कंपनी से है जिसको कंपनी अधिनियम के अधीन संगठित तथा रजिस्टर किया जाए।
सार्वजनिक निगम और सरकारी कम्पनी में क्या अंतर हैं ?
सार्वजनिक निगमों के विपरीत सरकारी कंपनी की स्थापना विधानमंडल द्वारा पास किए गए अलग कानून द्वारा नहीं की जाती अपितु इसकी स्थापना कंपनी अधिनियम 1956 के अधीन की जाती है।
सरकारी कंपनी कितने प्रकार की होती हैं ?
सरकारी कंपनी दो प्रकार की होती है- संयुक्त पूंजी कंपनी और मिश्रित संयुक्त पूंजी कंपनी ।
सरकारी कंपनी की संयुक्त पूंजी कंपनी से क्या अभिप्राय है ?
इस तरह की कंपनी में सारा पैसा सरकार द्वारा लगाया जाता है। भारत में इस तरह की अनेकों कंपनियां है जैसे कि हिंदुस्तान मशीन टूल्स सिंदरी फर्टिलाइजर भारत इलेक्ट्रॉनिक्स आदि।
मिश्रित संयुक्त पूंजी कंपनी से क्या अभिप्राय है ?
इस तरह की कंपनी में पूंजी का काफी भाग सरकार द्वारा लगाया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि कंपनी तथा सरकार का नियंत्रण काफी प्रभावशाली सिद्ध हो सके। कंपनी में शेष भाग किसी व्यक्ति अथवा संस्था द्वारा लगाया जाता है जैसे कि हिंदुस्तान शीपयार्ड पेप्सी फूड आदि।