Pressure Groups: Dabav Samuhon Ke Dosh | Disadvantages-Demerits

Pressure Groups: दबाव समूहों के दोष या आलोचना

राजनीति विज्ञान हित और दबाव समूह

Pressure Groups-दबाव समूहों के दोष या आलोचना-आज लगभग सभी देशों में हित-समूह और दबाव -समूह पाया जाता हैं । यह संगठन प्रायः एक व्यवसाय के लोगों का एक गुट होता हैं जो अपने सदस्यों के हितों की रक्षा के लिए सरकार की नीतियों  को प्रभावित करने का प्रयत्न करता रहता है । दबाव -समूह लोकतांत्रिक व्यवस्था का दूसरा नाम है । दबाव -समूह के दोष सैद्धान्तिक ही अधिक है । दबाव समूहों के दोष Disadvantages-Demerits -आइये दबाव समूह के दोष को विस्तार से समझते हैं –

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दबाव समूह का परिचय Introduction

दबाव -समूह Pressure Groups सार्वजनिक नीतियों को प्रभावित करने वाले निजी समुदाय हैं । इन समूहों का उद्देश्य सरकार को प्रभावित करके अपने हितों को बनाये रखना होता हैं । समान हित ही दबाव संगठन का मूलाधार है । दबाव समूह राजनीतिक संगठन नहीं होते बल्कि ये गैर राजनीतिक स्वरूप के होते है ।
दबाव समूह दो प्रकार की होती हैं । एक है सामुदायिक समूह Communal Groups और दूसरा संघात्मक समूह Associational Groups । 

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दबाव समूहों के दोष या आलोचना ( Pressure GroupsDisadvantages-Demerits in Hindi )

दबाव समूहों के दोष या आलोचना निम्नलिखित आधारों पर की जाती हैं –

1 अप्रजातांत्रिक Undemocratic

अप्रजातांत्रिक Undemocratic-आलोचकों का अनुसार , प्रजातांत्रिक व्यवस्था में राजनीतिक शक्ति का प्रयोग करने वाले व्यक्ति जनता के प्रति उत्तरदायी होते हैं लेकिन दबाव -समूह राजनीतिक प्रभाव और शक्ति का प्रयोग तो करते हैं किंतु इस स्थिति के लिए किसी के भी प्रति उत्तरदायी नहीं होते हैं । अनुत्तरदायी रूप से राजनीतिक प्रभाव और शक्ति का प्रयोग किये जाने के कारण ही इन्हें अप्रजातांत्रिक कहा जाता हैं ।

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2 साधारण जनता के हितों की उपेक्षा Over -Looking of public interest

साधारण जनता के हितों की उपेक्षा Over -Looking of public interest-दबाव -समूहों का दृष्टिकोण बहुत संकुचित होता हैं । वे केवल अपने हितों को पूरा करने के लिए प्रयासरत रहते हैं और ऐसा करते समय जनता के हितों की उन्हें कोई चिंता नहीं होती । अतः इससे साधारण जनता के हितों को नुकसान पहुँचता हैं ।

3 भ्रष्ट आचरण Corrupt Condut

भ्रष्ट आचरण Corrupt Conduit-आलोचकों के अनुसार, दबाव -समूह भ्रष्ट आचरण के केंद्र हैं । दबाव -समूह विधायकों को रिश्वत देने तथा अनुचित व अनैतिक आचरण के कार्य भी करते हैं जिनका सार्वजनिक जीवन पर बहुत अधिक बुरा प्रभाव पड़ता है ।

4 राष्ट्रीय हित को खतरा Endangers National Interest

राष्ट्रीय हित को खतरा Endangers National Interest-विभिन्न दबाव समूहों के बीच हितों का एक निरंतर संघर्ष चलता रहता है । समूह या वर्ग के हितों के कारण कई बार सामान्य या राष्ट्रीय हितों को खतरा पैदा हो जाता हैं ।

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5 अन्तर्राष्ट्रीयता में बाधक Interruptor in Internationality

अन्तर्राष्ट्रीयता में बाधक Interruptor in Internationality-दबाव -समूह अनेक बार अंतरराष्ट्रीय हितों को हानि पहुँचाने का आधार बन जाते हैं जैसे पश्चिमी देशों में शस्त्रों के निर्माण और उनके क्रय -विक्रय को प्रोत्साहित करने वाले ऐसे कुछ दबाव -समूह हैं जो अपने लाभ के लिए तनाव की स्थिति और युद्ध के वातावरण को बनाये रखने का प्रयत्न करते हैं ।

समूहों के दोषों की जानकारी दी हैं । दबाव -समूह के कुछ दोष अवश्य है परंतु इसके बिना जनता और शासन के बीच संपर्क सूत्रों का अभाव हो जाएगा तथा यह स्थिति लोकतांत्रिक संस्कृति तथा राष्ट्रीय हित व एकता के लिए घातक होगी । राजनीतिक दलों के साथ -साथ इनकी भूमिका भी महत्वपूर्ण बनती जा रही हैं । ऐसे ही रोजाना अपडेट रहने के लिए ज्ञान फॉरएवर पर बने रहे ।

FAQ Checklist

दबाव- समूह को कुछ आलोचकों ने अप्रजातांत्रिक क्यों कहा हैं ?

आलोचकों का अनुसार , प्रजातांत्रिक व्यवस्था में राजनीतिक शक्ति का प्रयोग करने वाले व्यक्ति जनता के प्रति उत्तरदायी होते हैं लेकिन दबाव -समूह राजनीतिक प्रभाव और शक्ति का प्रयोग तो करते हैं किंतु इस स्थिति के लिए किसी के भी प्रति उत्तरदायी नहीं होते हैं । अनुत्तरदायी रूप से राजनीतिक प्रभाव और शक्ति का प्रयोग किये जाने के कारण ही इन्हें अप्रजातांत्रिक कहा जाता हैं ।

दबाव -समूहों का दृष्टिकोण कैसा हैं ?

दबाव -समूहों का दृष्टिकोण बहुत संकुचित होता हैं । वे केवल अपने हितों को पूरा करने के लिए प्रयासरत रहते हैं और ऐसा करते समय जनता के हितों की उन्हें कोई चिंता नहीं होती । अतः इससे साधारण जनता के हितों को नुकसान पहुँचता हैं ।

दबाव -समूह अन्तर्राष्ट्रीयता में बाधक क्यों बनते हैं ?

अन्तर्राष्ट्रीयता में बाधक-दबाव -समूह अनेक बार अंतरराष्ट्रीय हितों को हानि पहुँचाने का आधार बन जाते हैं जैसे पश्चिमी देशों में शस्त्रों के निर्माण और उनके क्रय -विक्रय को प्रोत्साहित करने वाले ऐसे कुछ दबाव -समूह हैं जो अपने लाभ के लिए तनाव की स्थिति और युद्ध के वातावरण को बनाये रखने का प्रयत्न करते हैं ।

दबाव-समूह को भ्रष्ट आचरण का केंद्र क्यों कहा जाता हैं ?

भ्रष्ट आचरण Corrupt Conduit-आलोचकों के अनुसार, दबाव -समूह भ्रष्ट आचरण के केंद्र हैं । दबाव -समूह विधायकों को रिश्वत देने तथा अनुचित व अनैतिक आचरण के कार्य भी करते हैं जिनका सार्वजनिक जीवन पर बहुत अधिक बुरा प्रभाव पड़ता है ।

दबाव समूहों को राष्ट्रीय हित के लिए खतरा क्यों कहा जाता हैं ?

विभिन्न दबाव समूहों के बीच हितों का एक निरंतर संघर्ष चलता रहता है । समूह या वर्ग के हितों के कारण कई बार सामान्य या राष्ट्रीय हितों को खतरा पैदा हो जाता हैं ।

दबाव समूहों के दो दोष या आलोचना बताएं।

1 .दबाव -समूह भ्रष्ट आचरण के केंद्र हैं ।
2 .समूह या वर्ग के हितों के कारण कई बार सामान्य या राष्ट्रीय हितों को खतरा पैदा हो जाता हैं ।

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