Political Socialization Importance in Hindi राजनीतिक समाजीकरण का महत्व – राजनीतिक समाजीकरण आधुनिक युग की एक प्रमुख अवधारणा है और अब उसका महत्व सभी देशों ने स्वीकार कर लिया है। फिर भी लोकतांत्रिक व्यवस्था वाले देशों में राजनीतिक समाजीकरण सरलता से होता है और उसकी गति भी तेज होती है। इसके विपरीत तानाशाही सैनिक व्यवस्था और कम्युनिस्ट शासन प्रणालियों में उसकी गति धीमी रहती है। राजनीतिक समाजीकरण की प्रक्रिया में अनेक तत्व सहायक होते हैं।
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राजनीतिक समाजीकरण का महत्व ( Political Socialization Importance in Hindi )
मनुष्य के राजनीतिक व्यवहार पर ,समाज की राजनीतिक संस्कृति पर और राजनीतिक विकास पर तथा प्रत्येक समाज की राजनीतिक व्यवस्था के स्थायित्व पर राजनीतिक समाजीकरण का बहुत प्रभाव पड़ता है। अतः राजनीतिक समाजीकरण एक महत्वपूर्ण अवधारणा है जिसकी महत्व निम्नलिखित है-
आधुनिकता का आधार ( Basis of Modernization )
आधुनिक राजनीतिक समाज में राजनीतिक समाजीकरण की अपना ही महत्व है। इसे राजनीतिक समाज की आधुनिकता का आधार माना गया है। इससे राजनीतिक संस्कृति का ज्ञान प्राप्त करने का अवसर प्राप्त होता है। यह राजनीतिक संस्कृति की जीवनधारा है।
राजनीतिक विकास में सहायक ( Helpful in Political Development )
राजनीतिक समाजीकरण राजनीतिक विकास में सहायक सिद्ध होती है। राजनीतिक समाजीकरण एक ऐसी विधि या प्रक्रिया है जिसके द्वारा राजनीतिक संस्कृति को बनाए रखा जा सकता है या फिर उसमें परिवर्तन किया जा सकता है। राजनीतिक समाजीकरण से यह राजनीतिक विकास की प्रेरणा मिलती है।
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मनुष्य को राजनीतिक प्राणी बनाने में सहायक ( Helpful in Making Man a Political Creature )
अरस्तु ने ठीक ही कहा था कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। आज मनुष्य सामाजिक प्राणी से कहीं अधिक राजनीतिक प्राणी बन गया है। राजनीति उसके जीवन के प्रत्येक पक्ष में समा गई है। और उसके जीवन के प्रत्येक पक्ष का नियमन उसकी राजनीतिकता करती है। उसकी अन्य गतिविधियां राजनीतिक अभिवृत्तियों से प्रभावित होने लगी है। अतः राजनीतिक व्यक्ति का निर्माण राजनीतिक समाजीकरण से होता है।
राजनीतिक प्रणाली को कुशलता और स्थिरता प्रदान करती है ( It Provides Efficiency and Stability to Political System )
राजनीतिक समाजीकरण राजनीतिक प्रणाली को स्थिरता और कुशलता प्रदान करती है। इसी संबंध में प्रसिद्ध है राजनीतिक वैज्ञानिक रॉबर्ट सीजल ने कहा है कि राजनीतिक समाजीकरण का उद्देश्य व्यक्तियों को ऐसा प्रशिक्षण देना है जिससे वे राजनीतिक समाज के अच्छे व क्रियाशील नागरिक बन सकें। जब तक राजनीतिक समाज प्रचलित राजनीतिक मूल्यों के अनुकूल नहीं होगा तब तक राजनीतिक प्रणाली को कार्य करने में और अपनी स्थिरता बनाने में कठिनाई का सामना करना पड़ेगा।
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राजनीतिक संस्कृति के लिए आवश्यक ( Necessary for Political Culture )
राजनीतिक समाजीकरण का राजनीतिक संस्कृति की दृष्टि से भी बहुत महत्व है। जिस समाज में राजनीतिक समाजीकरण ठीक है वहां राजनीतिक संस्कृति के संतुलित विकास में सहायता मिलेगी । अगर राजनीतिक समाजीकरण अनियमित, अधूरा और अव्यवस्थित है तो इससे दूषित व अधूरी राजनीतिक संस्कृति का ही निर्माण होगा।
व्यक्ति के राजनीतिक व्यवहार को निश्चित करती है ( Determines Political Behaviour of Man )
किसी व्यक्ति का राजनीतिक व्यवहार काफी हद तक उस व्यक्ति के राजनीतिक समाजीकरण की मात्रा पर निर्भर करता है। यह उसकी राजनीतिक समाजीकरण की प्रक्रिया क्या रही है पर निर्भर करता है।
यदि राजनीतिक समाजीकरण परिपूर्ण हुआ है तो वह व्यक्ति राजनीतिक व्यवस्था में रुचि लेगा परंतु यदि उसका राजनीतिक समाजीकरण अधूरा है तो वह व्यक्ति राजनीतिक उदासीनता का शिकार हो जाता है। इसी प्रकार यदि उसकी राजनीतिक समाजीकरण की प्रक्रिया संतुलित व निरंतर रही है तो व्यक्ति का राजनीतिक व्यवहार रचनात्मक होगा।
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राजनीतिक सहभागिता में सहायक ( Helpful in Political Participation )
राजनीतिक समाजीकरण राजनीतिक सहभागिता व राजनीतिक भर्ती को निश्चित करता है। राजनीतिक व्यवस्था की सक्रियता इसी से नियमन होती है। यह राजनीतिक भर्ती का प्रेरक भी है और इन दोनों से व्यक्ति का राजनीतिकरण और राजनीतिक व्यवस्था में उसकी सहभागिता का नियमन होता है। अतः राजनीतिक समाजीकरण ,राजनीतिक भर्ती, राजनीतिक सहभागिता और क्षमता का महत्वपूर्ण आधार है।
राजनीतिक प्रणाली के प्रति विश्वास जगाती है ( Provides Faith in Political System )
राजनीतिक समाजीकरण साधारण लोगों में राजनीतिक प्रणाली के प्रति विश्वास पैदा करती है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा राजनीतिक प्रणाली के प्रति लोगों के मन में विश्वास पैदा किया जाता है। इससे राजनीतिक उद्देश्यों के प्रति सहमति और राजनीतिक प्रणाली के मूल्यांकन करने के राजनीतिक मूल्य विकसित किए जाते हैं। इस तरह लोग राजनीतिक व्यवस्था को वैधता प्रदान कर देते हैं।
जब किसी राजनीतिक व्यवस्था को वैधता मिलती है तो वह प्रणाली अपने उद्देश्यों को सहायता से प्राप्त करने में सफल हो जाती है। जैसे इंग्लैंड का संविधान अलिखित होते हुए भी जनता के मन में संविधान के प्रति कभी संशय पैदा नहीं हुआ है। इसका कारण है कि लोगों के मन में वहां की राजनीतिक व्यवस्था के प्रति विश्वास व सहमति है तथा यह सहमति तथा विश्वास एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को निरंतर प्राप्त होता रहता है।
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FAQ Checklist
आधुनिक राजनीतिक समाज में राजनीतिक समाजीकरण क्या महत्व है ?
आधुनिक राजनीतिक समाज में राजनीतिक समाजीकरण की अपना ही महत्व है। इसे राजनीतिक समाज की आधुनिकता का आधार माना गया है। इससे राजनीतिक संस्कृति का ज्ञान प्राप्त करने का अवसर प्राप्त होता है। यह राजनीतिक संस्कृति की जीवनधारा है।
राजनीतिक समाजीकरण राजनीतिक विकास के लिए आवश्यक क्यों है ?
राजनीतिक समाजीकरण राजनीतिक विकास में सहायक सिद्ध होती है। राजनीतिक समाजीकरण एक ऐसी विधि या प्रक्रिया है जिसके द्वारा राजनीतिक संस्कृति को बनाए रखा जा सकता है या फिर उसमें परिवर्तन किया जा सकता है। राजनीतिक समाजीकरण से यह राजनीतिक विकास की प्रेरणा मिलती है।
राजनीतिक समाजीकरण राजनीतिक सहभागिता के लिए आवश्यक क्यों है ?
राजनीतिक समाजीकरण राजनीतिक सहभागिता व राजनीतिक भर्ती को निश्चित करता है। राजनीतिक व्यवस्था की सक्रियता इसी से नियमन होती है। यह राजनीतिक भर्ती का प्रेरक भी है और इन दोनों से व्यक्ति का राजनीतिकरण और राजनीतिक व्यवस्था में उसकी सहभागिता का नियमन होता है। अतः राजनीतिक समाजीकरण ,राजनीतिक भर्ती, राजनीतिक सहभागिता और क्षमता का महत्वपूर्ण आधार है।
समाजीकरण कहां से शुरू होता है?
समाजीकरण एक सीखने की प्रक्रिया है जो जन्म के तुरंत बाद शुरू होती है। प्रारंभिक बचपन सबसे तीव्र और सबसे महत्वपूर्ण समाजीकरण की अवधि है। तभी हम भाषा सीखते हैं और अपनी संस्कृति के मूल सिद्धांतों को सीखते हैं।
समाजीकरण के पहलू क्या हैं?
समाजीकरण में सामाजिक संरचना और पारस्परिक संबंध दोनों शामिल हैं। इसमें तीन प्रमुख भाग होते हैं: संदर्भ, सामग्री और प्रक्रिया, और परिणाम ।
समाजीकरण का महत्व क्या है?
राजनीतिक समाजीकरण साधारण लोगों में राजनीतिक प्रणाली के प्रति विश्वास पैदा करती है। राजनीतिक समाजीकरण का राजनीतिक संस्कृति की दृष्टि से भी बहुत महत्व है। जिस समाज में राजनीतिक समाजीकरण ठीक है वहां राजनीतिक संस्कृति के संतुलित विकास में सहायता मिलेगी ।
राजनीतिक संस्कृति के लिए राजनीतिक समाजीकरण जरुरी क्यों है ?
राजनीतिक समाजीकरण का राजनीतिक संस्कृति की दृष्टि से भी बहुत महत्व है। जिस समाज में राजनीतिक समाजीकरण ठीक है वहां राजनीतिक संस्कृति के संतुलित विकास में सहायता मिलेगी । अगर राजनीतिक समाजीकरण अनियमित, अधूरा और अव्यवस्थित है तो इससे दूषित व अधूरी राजनीतिक संस्कृति का ही निर्माण होगा।
समाजीकरण के माध्यम क्या है?
समाजीकरण वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से समुदाय अपने सदस्यों को समाज के मानदंडों और मूल्यों को सामाजिक रूप से स्वीकार्य होने के लिए लेनदेन या शिक्षित करता है। समाजीकरण व्यक्तित्व विकास और सांस्कृतिक विकास का एक संयोजन है। शिष्टाचार और संस्कृति का प्रसारण।
समाजीकरण का दूसरा चरण क्या है?
माध्यमिक समाजीकरण बच्चे के विकास का दूसरा चरण है। यह आमतौर पर बचपन के उत्तरार्ध में और किशोरावस्था के दौरान होता है। यह एक ऐसा चरण है जहां परिवार के सदस्यों के अलावा अन्य एजेंटों द्वारा समाजीकरण निर्धारित और आकार दिया जाता है।
छात्रों के लिए समाजीकरण क्यों महत्वपूर्ण है?
समाजीकरण छात्रों को , किशोरों और वयस्कों के रूप में पूरी तरह से कार्य करने की अनुमति देता है । विभिन्न सामाजिक स्थितियों और अनुभवों के संपर्क में आने से छात्रों को आत्मविश्वास हासिल करने और शर्मीलेपन पर काबू पाने में मदद मिल सकती है, जिससे उन्हें भविष्य में पेशेवर और भावनात्मक उन्नति के लिए अधिक संभावनाएं मिलती हैं।