Civil Service Meaning, Definitions, Characteristics in Hindi ,Civil Service Features , असैनिक सेवा अर्थ,परिभाषाएं ,विशेषताएं

Civil Service : असैनिक सेवा अर्थ ,महत्वपूर्ण 9 विशेषताएं

पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सिविल सर्विस

Civil Service असैनिक सेवा उतनी ही पुरानी है जितनी यह सभ्यता खुद। सभी व्यवहारिक प्रयोजनों के लिए जहां कहीं भी समूह जीवन ,सामाजिक जीवन ,सामुदायिक जीवन और राजनीतिक जीवन है वहां किसी न किसी प्रकार की सेवा या सेवकों का निकाय है।

Civil Service असैनिक सेवा विविध व्यक्तियों का निकाय है जिनके कार्य देश के सिविल प्रशासन में ही निहित हैं। असैनिक सेवा को विभिन्न नामों से जाना जाता है जैसे कि- लोक सेवा, जीवनवृति सेवा ,लोक प्रशासन ,नागरिक प्रशासन ,स्थाई कार्यकारी ,नौकरशाही ,कार्मिक, कार्मिक प्रशासन आदि ।

Table of Contents विषय सूची

असैनिक सेवा का अर्थ ( Meaning of Civil Services in Hindi )

ब्लंट के अनुसार -Civil Service असैनिक सेवा का पारिभाषिक शब्द ईस्ट इंडिया कम्पनी ने पहली बार गैर-सैन्य या सिविल कर्मचारियों के संस्थापन के लिए किया था । सिविल सेवाओं को आमतौर पर लोक सेवाओं के लिए परिभाषित किया गया है जिनका निर्माण सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के लिए किया जाता है।

असैनिक सेवाओं को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है- रक्षा, सैन्य या सैनिक सेवा इसका एक भाग हैं ,जबकि दूसरे हिस्से ( असैनिक भाग ) को (सिविल) असैनिक सेवा कहा जाता हैं । सिविल सेवक शब्द को सैन्य सेवक और पुलिस सेवक के सादृश्य गढ़ा गया है।

यह बाद वाले दोनों सेवकों से भिन्न है क्योंकि इनका कार्य देश को बाहरी बऔर अंदरूनी खतरों से बचाना है और इसका कार्य पूर्णतया राज्य के असैनिक और गैर तकनीकी मामलों से संबंधित है। एक सिविल सेवक को असैनिक क्षेत्र में ही नौकरी दी जाती है जो सैन्य, न्यायिक और पुलिस क्षेत्रों से भिन्न है।

नौकरशाही पारिभाषिक शब्द और असैनिक सेवा कई बार समान अर्थ को संदर्भित करते हैं। फिर भी इन दोनों परिभाषिक शब्द में कुछ भिन्नता पाई जाती है। नौकरशाही दोनों लोक और निजी संगठनों में पाई जाती है किंतु असैनिक सेवा पारिभाषिक शब्द केवल सरकारी सेवकों को ही संदर्भित करता है।

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असैनिक सेवा की परिभाषाएं ( Definitions of Civil Services in Hindi )

ग्लैडन ( Gladden ) के अनुसार – निष्पक्षता के आधार पर चुने जाना , प्रशासकीय दृष्टि से योग्य होना ,राजनैतिक तौर पर निष्पक्ष होना तथा राष्ट्र के प्रति सेवा की भावना रखना असैनिक सेवाओं की मुख्य आवश्यकता है।

हरमन फाइनर ( Herman Finer ) के अनुसार – असैनिक सेवाएं ,वैतनीक एवं कार्यकुशल अधिकारियों का एक व्यवसायिक निकाय है।

असैनिक सेवाओं की विशेषताएं ( Civil Services Characteristics , Features in Hindi )

भारत में असैनिक सेवा शब्द का प्रयोग प्रशासकीय कार्य करने के लिए सरकार द्वारा नियुक्त और वेतन प्राप्त विभिन्न अधिकारी वर्ग के लिए किया जाता है। असैनिक सेवा मुख्यतः व्यवसायिक प्रशासकों का एक निकाय है जो लोक सेवा को एक स्थायी जीविका के रूप में चुनता है और जिसके माध्यम से वह प्रशिक्षण और अनुभव प्राप्त करके अपने व्यवसाय में निपुण बन जाता हैं । असैनिक सेवाओं की विशेषताएं इस प्रकार हैं –

पेशेवर सेवा ( Professional Service )

पेशेवर सेवा ( Professional Service )- असैनिक सेवा की सबसे प्रमुख विशेषता यह है कि यह पेशेवर प्रशासकों का एक निकाय है। अधिकतर सिविल या असैनिक सेवक लोक प्रशासन में कुशल पेशेवर बन जाते हैं। यह राज्य के नीति का निर्माण करने वालों के लिए पेशेवर सलाहकार के रूप में कार्य करते हैं।

सिविल सेवकों का मुख्य उद्देश्य सरकार की नीति को कार्यन्वित करना और शासन का संचालन करना है जिसके बदले में उन्हें सरकारी खजाने से वेतन दिया जाता है। वे प्रशासन के संचालन के स्तंभ है और उन्हें प्रशासनिक कार्यों के लिए हमेशा तत्पर रहना पड़ता है।

सिविल सेवा मात्र एक ही पेशा नहीं है बल्कि यहां विभिन्न पेशों का कुल जोड़ है जो कि एक उद्देश्य की प्राप्ति में लगे हुए हैं अर्थात राज्य नीति के निर्माण और लागू करने में लगे हैं ।

स्थायित्व ( Permanence )

स्थायित्व ( Permanence )- स्थायित्व सिविल या असैनिक सेवा के ढांचे का आधार है। लोक सेवक निश्चित समय एवं उम्र तक अपने पद पर कार्य करते हैं और उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन का भी लाभ प्राप्त होता है। इसी कारण से सिविल सेवाएं जीवन वृति ( Career ) के रूप में लोगों को आकर्षित करती है।

स्थायित्व के कारण उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में प्रशासकीय अनुभव प्राप्त होता है जिससे वे अपने अपने कार्यों में माहिर हो जाते हैं। राजनैतिक दलों के दांव पेंचों तथा राजनैतिक नेतृत्व बदलने का इनके ऊपर असर ना के बराबर होता है।

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संगठित सेवा ( Organised Service )

संगठित सेवा ( Organised Service )- सिविल सेवा एक व्यवस्थित और संगठित सेवा है। सिविल सेवा के सदस्य को यथा योग्य वर्गीकृत ,क्रमित ,नामित और अपने पद अनुसार प्रशिक्षण दिया जाता है।

योग्यता पर आधारित ( Merit Based )

योग्यता पर आधारित ( Merit Based )- सिविल सेवा वास्तव में योग्यता पर आधारित होती है। सिविल सेवकों की नियुक्ति में राजनैतिक कार्यकारी का कोई प्रभाव काम नहीं करता। इनकी नियुक्ति एक विशेषज्ञ निकाय के हाथ में होती है जो कि कार्यकारिणी के प्रभाव से मुक्त होता है।

एक बार सेवा में नियुक्त होने के बाद वृतिभोगी अपने अच्छे व्यवहार के चलते हुए कार्यालय में कार्य कर सकता है और उनकी पदोन्नतियां भी योग्यता के सिद्धांत पर की जाती है।

लोक उत्तरदायित्व ( Public Accountability )

लोक उत्तरदायित्व ( Public Accountability )- सरकार की प्रजातन्त्र प्रणाली इस बात की व्यवस्था करती है कि सिविल सेवक अपने कार्यों के लिए जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों के समक्ष उत्तरदाई हो और कोई भी सिविल सेवक जनता की अवहेलना करने का दुस्साहस नहीं करता क्योंकि प्रजातंत्र में जनता ही वास्तविक संप्रभु होती है।

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तटस्थता ( Neutrality )

तटस्थता ( Neutrality ) – राजनैतिक तटस्थता असैनिक सेवा की एक और विशेषता है। यह अराजनैतिक है। सिविल सेवक राज्य के सेवक होते हैं और उन्हें उसी दल की सेवा करनी होती है जो कि सत्तारूढ़ होता है। उनके अपने राजनीतिक विचार सत्तारूढ़ दल की तरफ उनकी स्वामीभक्ति को प्रभावित नहीं करते।

अनामता ( Anonymity )

अनामता ( Anonymity )- सिविल सेवा अनामता के पर्दे के पीछे रहकर कार्य करती है। यह लोकनीति का एक अनामिक यंत्र है। यह अत्यधिक गुप्तता की शर्तों पर कार्य करती है। इनका कार्य राज्य नीति के निर्माताओं को परामर्श देना, सचेत करना और सहायता देना है।

यह नीति निर्धारण के बाद उसको कार्यन्वित करने का कार्य करते हैं। सिविल सेवक अपना परामर्श देने के लिए लोक निंदा से बचे रहते हैं। प्रशंसा हो या निंदा मंत्री की ही होती है क्योंकि उन्हें ही जनता के समक्ष जाना पड़ता है। मंत्री उत्तरदायित्व की प्रणाली लोक सेवकों को निंदा से बचाती है और उनको अनामिक होते हुए सरकार के नाम में कार्य करने को कहती है।

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सेवाओं में निष्पक्षता ( Impartiality of Services )

सेवाओं में निष्पक्षता ( Impartiality of Services )- निष्पक्षता सिविल सेवाओं की एक विशेषता है। सिविल सेवाओं की निष्पक्षता को स्वीकार किया जाता है और यकीनी माना जाता है। इसमें पक्षपात की जगह नहीं होती, इनका संबंध किसी वर्ग ,दल ,गुट से नहीं होता।

पदसोपान पर आधारित ( Hierarchically organised )

पदसोपान पर आधारित ( Hierarchically organised )- असैनिक सेवाएं नौकरशाही मानकों की तरह ही संगठित होती है जिनमें आदेश की श्रृंखला एक पिरामिड की तरह ऊंचे से लेकर नीचे के संवर्ग (cadre) तक होती है। इस पदसोपान में, प्रत्येक सदस्य का निश्चित पद होता है जिसमें उसके कार्यों ,शक्तियों,वेतन विशेष अधिकारों और पदोन्नति के भागों का विस्तार में वर्णन होता है।

इसमें सभी अधिकारी एक क्रम में बंधे होते हैं। उच्च एवं अधीनस्थ अधिकारियों का संबंध पूर्व निश्चित होता है। उच्च अधिकारी अपने अधीनस्थ अधिकारियों को आदेश दे सकता है और उसके कार्यों का निरीक्षण कर सकता है ।

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FAQ Checklist

असैनिक सेवा का अर्थ बताएं।

ब्लंट के अनुसार -Civil Service असैनिक सेवा का पारिभाषिक शब्द ईस्ट इंडिया कम्पनी ने पहली बार गैर-सैन्य या सिविल कर्मचारियों के संस्थापन के लिए किया था । सिविल सेवाओं को आमतौर पर लोक सेवाओं के लिए परिभाषित किया गया है जिनका निर्माण सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के लिए किया जाता है।

असैनिक सेवाओं की किस्में या प्रकार कौन से हैं ?

असैनिक सेवाओं को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है- रक्षा, सैन्य या सैनिक सेवा इसका एक भाग हैं ,जबकि दूसरे हिस्से ( असैनिक भाग ) को (सिविल) असैनिक सेवा कहा जाता हैं । सिविल सेवक शब्द को सैन्य सेवक और पुलिस सेवक के सादृश्य गढ़ा गया है।

असैनिक सेवा और नौकरशाही में अंतर क्या हैं ?

नौकरशाही पारिभाषिक शब्द और असैनिक सेवा कई बार समान अर्थ को संदर्भित करते हैं। फिर भी इन दोनों परिभाषिक शब्द में कुछ भिन्नता पाई जाती है। नौकरशाही दोनों लोक और निजी संगठनों में पाई जाती है किंतु असैनिक सेवा पारिभाषिक शब्द केवल सरकारी सेवकों को ही संदर्भित करता है।

असैनिक सेवाओं की दो परिभाषाएं।

ग्लैडन ( Gladden ) के अनुसार – निष्पक्षता के आधार पर चुने जाना , प्रशासकीय दृष्टि से योग्य होना ,राजनैतिक तौर पर निष्पक्ष होना तथा राष्ट्र के प्रति सेवा की भावना रखना असैनिक सेवाओं की मुख्य आवश्यकता है।
हरमन फाइनर ( Herman Finer ) के अनुसार – असैनिक सेवाएं ,वैतनीक एवं कार्यकुशल अधिकारियों का एक व्यवसायिक निकाय है।

असैनिक सेवाओं की पाँच विशेषताएं।

असैनिक सेवाओं की विशेषताएं इस प्रकार हैं – पेशेवर सेवा,पदसोपान पर आधारित,अनामता, स्थायित्व ,लोक उत्तरदायित्व

असैनिक सेवा में तटस्थता क्यों जरुरी हैं ?

राजनैतिक तटस्थता असैनिक सेवा की एक और विशेषता है। यह अराजनैतिक है। सिविल सेवक राज्य के सेवक होते हैं और उन्हें उसी दल की सेवा करनी होती है जो कि सत्तारूढ़ होता है। उनके अपने राजनीतिक विचार सत्तारूढ़ दल की तरफ उनकी स्वामीभक्ति को प्रभावित नहीं करते।

सिविल या असैनिक सेवा के ढांचे का आधार क्या हैं ?

स्थायित्व ( Permanence )- स्थायित्व सिविल या असैनिक सेवा के ढांचे का आधार है। लोक सेवक निश्चित समय एवं उम्र तक अपने पद पर कार्य करते हैं और उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन का भी लाभ प्राप्त होता है। इसी कारण से सिविल सेवाएं जीवन वृति ( Career ) के रूप में लोगों को आकर्षित करती है।

सिविल सेवा किस प्रकार की सेवा हैं ?

संगठित सेवा ( Organised Service )- सिविल सेवा एक व्यवस्थित और संगठित सेवा है। सिविल सेवा के सदस्य को यथा योग्य वर्गीकृत ,क्रमित ,नामित और अपने पद अनुसार प्रशिक्षण दिया जाता है।

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