Non Alignment Meaning , Definitions , Objectives , Elements in Hindi गुट निरपेक्षता का अर्थ ,परिभाषा,तत्व ,उद्देश्य – दूसरे विश्वयुद्ध के बाद संसार दो विरोधी गुटों- सोवियत और अमेरिकी गुट में बंट चुका था और दूसरी तरफ एशिया एवं अफ्रीका के राष्ट्रों का स्वतंत्र अस्तित्व उभरने लगा था।
अमेरिकी गुट एशिया के इन नवोदित राष्ट्रों पर तरह-तरह के दबाव डाल रहा था ताकि वह उसके गुट में शामिल हो जाएं और सोवियत गुट उन्हें अपने गुट में शामिल करने का प्रयास कर रहा था परंतु नवोदित राष्ट्रों ने सोवियत साम्यवाद और अमेरिकी पूंजीवाद दोनों को अस्वीकार कर दिया।
उनका विश्वास था कि उनके प्रदेश तीसरी शक्ति हो सकते हैं जो गुटों के विभाजन को अधिक जटिल संतुलन में परिवर्तित करके अंतरराष्ट्रीय सहयोग में सहायक हो सकते हैं। गुटों से अलग रहने की नीति अर्थात गुटनिरपेक्षतावाद एशिया के नवजागरण की प्रमुख विशेषता थी।
पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भी 1946 में यह बात स्पष्ट कर दी थी कि भारत किसी भी गुट में शामिल नहीं होगा बल्कि सभी गुटों से मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखेगा। वैसे 1955 में इंडोनेशिया के बोर्डिंग सम्मेलन में एशिया और अफ्रीका के 29 देशों ने भाग लिया और उसके बाद गुटनिरपेक्ष आंदोलन ने एक सच्चाई का रूप धारण कर लिया।
शीघ्र ही भारत के नेहरू ,युगोस्लाविया के मार्शल टीटो और मिस्त्र के कर्नल नासिर को इसका प्रवक्ता माने जाने लगा था। भारत की पहल पर बांडुंग सम्मेलन में अणुबमो पर प्रतिबंध लगाने, साम्राज्यवाद और रंगभेद की निंदा करने और अफ़्रेशियाई देशों में एकता और सहयोग बढ़ाने की अपील की थी ।
गुट-निरपेक्षता का अर्थ ( Meaning of Non Alignment )
गुट-निरपेक्षता का अर्थ ( Meaning of Non-Alignment in Hindi ) हैं विभिन्न शक्ति गुटों से अलग रहते हुए प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय प्रशन का निर्णय गुण दोषों के आधार पर करना। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू गुटनिरपेक्ष आंदोलन के संस्थापक सदस्यों में थे।
स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात जवाहरलाल नेहरू ने संविधान सभा तथा कई अन्य स्थानों पर यह स्पष्ट रुप में कहा था कि भारत किसी शक्ति गुट में शामिल नहीं होगा और गुटनिरपेक्षता की नीति का अनुसरण करेगा परंतु नेहरु जी ने यह भी स्पष्ट रूप से कह दिया कि गुटनिरपेक्षता का अर्थ अंतरराष्ट्रीय मामलों के प्रति उदासीनता नहीं है।
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अलगाववाद का अर्थ ( Meaning of Separatism )
इसका अर्थ है अलग रहने की नीति परंतु गुटनिरपेक्षता का अर्थ केवल सैनिक संधियों तथा शीत युद्ध से दूर रहना है ना कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों से दूर रहना अतः इन दोनों शब्दों में एक दूसरे के लिए प्रयोग करना अनुचित है।
तटस्थता ( Neutrality )
तटस्थता का अर्थ है दो युद्ध में संलग्न राज्यों के बीच तटस्थ रहने का निर्णय। अतः युद्धरत राष्ट्रों में किसी का पक्ष ना लेने के कारण यह एक नकारात्मक अवधारणा है। इसके विपरीत गुट-निरपेक्षता का स्वरूप सकारात्मक होने के कारण किसी भी कार्य या युद्ध अथवा संघर्ष या समस्या के गुण दोष के आधार पर किसी भी पक्ष का समर्थन एवं सहयोग का निर्णय किया जा सकता है।
भारत की गुट-निरपेक्षता नीति के मुख्य तत्व ( Main Elements of India’s Policy of Non Alignment in Hindi )
भारत की गुटनिरपेक्षता की नीति के मुख्य तत्व निम्नलिखित हैं –
- यह एक स्वतंत्र विदेश नीति है।
- यह सैनिक गठबंधनों का विरोध करती है।
- यह भारतीय क्षेत्र अथवा अन्य गुटनिरपेक्ष राज्यों में महा शक्तियों के सैनिक अड्डे बनाने का विरोध करती है।
- यह विश्व शांति की स्थापना में सहयोग देती है।
- इसका प्रमुख आधार सभी राष्ट्रों के साथ मित्रता पूर्ण व्यवहार करना है।
- यह साम्राज्यवाद ,उपनिवेशवाद, रंगभेद अथवा जातिवाद का विरोध करती है।
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गुट-निरपेक्षता के उद्देश्य ( Aims of Non Alignment in Hindi )
गुट-निरपेक्षता के उद्देश्यों को निम्नलिखित रूपों में हम देख सकते हैं-
1) गुटनिरपेक्ष देशों की राष्ट्रीय स्वाधीनता संप्रभुता क्षेत्रीय अखंडता और सुरक्षा की रक्षा करना।
2 ) साम्राज्यवाद, उपनिवेशवाद, नव उपनिवेशवाद, रंग-भेदभाव, यहूदीवाद सहित नस्लवाद तथा विस्तारवाद के सभी रूपों वैदेशिक कब्जे और अधिपत्य तथा प्रभुत्व का उन्मूलन करना।
3 ) औपनिवेशिक और पराये आधिपत्य तथा विदेशी कब्जे के खिलाफ संघर्ष कर रहे राष्ट्रीय मुक्ति आंदोलनों का समर्थन करना।
4 ) अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की रक्षा करना तथा तनाव में कमी की सार्वभौमिक प्रक्रिया को लागू करना।
5 ) शस्त्रों की होड़ विशेष तौर से आणविक शस्त्रों की होड़ को समाप्त करना तथा कारगर अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण के अधीन आम और पूर्ण निशस्त्रीकरण हासिल करना।
6 ) विकासशील देशों के विकास को तेज करने ,विकसित और विकासशील देशों के बीच असमानता समाप्त करने तथा विकासशील देशों में गरीबी ,भुखमरी, बीमारी ,निरक्षरता खत्म करने की दृष्टि से नई अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था की शीघ्र स्थापना करना।
7 ) सामूहिक आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के उद्देश्य से गुटनिरपेक्ष और उच्च विकासशील देशों के बीच आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना।
8 ) अंतरराष्ट्रीय मामलों से संबंध रखने वाले मसलों में समानता के आधार पर भागीदारी करना।
9 ) अन्य देशों के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप तथा शक्ति का प्रयोग अथवा उसकी धमकी देने की प्रवृत्ति का उन्मूलन करना।
10 ) अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के विकास में एक महत्वपूर्ण पहलू के तौर पर तथा एक प्रभावपूर्ण उपकरण के रूप में संयुक्त राष्ट्र संघ को मजबूत बनाना और राष्ट्रों के बीच समानता पूर्व आर्थिक संबंधों की स्थापना करना।
11 ) महा शक्तियों की संधियों विशेषकर सैनिक संधियों या गठबंधनों तथा उनसे उत्पन्न होने वाली विभिन्न व्यवस्थाओं को भंग करना ।
12 ) गुट-निरपेक्षता के उद्देश्यों को हासिल करने की दृष्टि से गुट-निरपेक्ष देशों के बीच एकता, एकजुटता और सहयोग को बढ़ावा देना तथा इस प्रकार गुट-निरपेक्षता के अनिवार्य चरित्र को संरक्षित करना।
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FAQ Checklist
गुट-निरपेक्षता का अर्थ क्या है ?
गुट-निरपेक्षता का अर्थ ( Meaning of Non-Alignment in Hindi ) हैं विभिन्न शक्ति गुटों से अलग रहते हुए प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय प्रशन का निर्णय गुण दोषों के आधार पर करना। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू गुटनिरपेक्ष आंदोलन के संस्थापक सदस्यों में थे।
गुट-निरपेक्षता की दो परिभाषाएं ।
1) एम.एस. राजन ने गुट-निरपेक्षता की परिभाषा देते हुए लिखा है कि विशेषता:तथा नकारात्मक रूप में गुटनिरपेक्षता का अर्थ है सैनिक या राजनीतिक गठबंधनओं की स्वीकृति। सकारात्मक रूप से इसका अर्थ है अंतरराष्ट्रीय समस्याओं पर जैसे भी तथा जब भी यह सामने आए प्रत्येक मामलों के लाभों के अनुरूप तदर्थ निर्णय लेना।
2 ) जॉर्ज लिसका के अनुसार – किसी विवाद में यह जानते हुए कि कौन सही है और कौन गलत है किसी का पक्ष ना लेना तटस्थता है किंतु और संलग्नता या गुटनिरपेक्षता का अर्थ है सही और गलत में भेद करके सदैव सही नीति का समर्थन करना।
अलगाववाद और गुट-निरपेक्षता में अंतर क्या है ?
अलगाववाद का अर्थ है अलग रहने की नीति परंतु गुटनिरपेक्षता का अर्थ केवल सैनिक संधियों तथा शीत युद्ध से दूर रहना है ना कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों से दूर रहना अतः इन दोनों शब्दों में एक दूसरे के लिए प्रयोग करना अनुचित है।
तटस्थता और गुट-निरपेक्षता में अंतर क्या है ?
तटस्थता का अर्थ है दो युद्ध में संलग्न राज्यों के बीच तटस्थ रहने का निर्णय। अतः युद्धरत राष्ट्रों में किसी का पक्ष ना लेने के कारण यह एक नकारात्मक अवधारणा है। इसके विपरीत गुट-निरपेक्षता का स्वरूप सकारात्मक होने के कारण किसी भी कार्य या युद्ध अथवा संघर्ष या समस्या के गुण दोष के आधार पर किसी भी पक्ष का समर्थन एवं सहयोग का निर्णय किया जा सकता है।
गुट-निरपेक्षता के दो उद्देश्य बताओ ।
1) गुटनिरपेक्ष देशों की राष्ट्रीय स्वाधीनता संप्रभुता क्षेत्रीय अखंडता और सुरक्षा की रक्षा करना।
2 ) गुट-निरपेक्षता के उद्देश्यों को हासिल करने की दृष्टि से गुट-निरपेक्ष देशों के बीच एकता, एकजुटता और सहयोग को बढ़ावा देना तथा इस प्रकार गुट-निरपेक्षता के अनिवार्य चरित्र को संरक्षित करना।
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