Auxiliary Agencies Meaning, Advantages, Disadvantages,in Hindi सहायक स्टाफ का अर्थ,लाभ ,दोष

Auxiliary Agencies : सहायक स्टाफ का अर्थ,लाभ ,दोष

गवर्नमेंट कंपनी पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन

Auxiliary Agencies Meaning, Advantages, Disadvantages,in Hindi सहायक स्टाफ का अर्थ,लाभ ,दोष – सहायक स्टाफ द्वारा किया गया कार्य विभाग से प्रत्यक्ष रूप से संबंधित नहीं होता बल्कि यह वह कार्य करता है जो सभी विभागों से समान रुप में पाए जाते हैं। उदाहरणस्वरूप केंद्र सरकार की सभी विभागों में महत्वपूर्ण अधिकारी होते हैं जिनकी नियुक्ति संबंधित विभाग द्वारा ना करके एक सांझी संस्था जिसे भारतीय संविधान के अनुच्छेद 315 के अधीन संघ लोक सेवा आयोग कहा जाता है।

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सहायक स्टाफ का अर्थ ( Auxiliary Agencies Meaning in Hindi )

सहायक स्टाफ का अर्थ है सहायता देना। इस तरह यह किसी सहायक या अधीनस्थ की हैसियत से दूसरों की सहायता अथवा मदद करता है। सहायक स्टाफ प्रशासन की वह इकाई है जिसके सभी सदस्य प्रशासकीय सेवाओं की सामूहिक सेवा करते हैं।

इसी तरह केंद्रीय खरीद एजेंसी सभी विभागों के लिए माल की खरीद का कार्य करती है। लोक निर्माण विभाग सभी विभागों के निर्माण संबंधी कार्य करता है। भारतीय सरकार की प्रेस केंद्र सरकार के सभी विभागों के लिए सब प्रकार की प्रकाशन का कार्य करता है। इसलिए इसे सहायक सेवा कहा जाता है। सहायक सेवा अभिकरण की स्थापना से प्रशासन में निपुणता आती है ,पैसे की बचत होती है तथा विभिन्न विभिन्न विभागों को काफी सुविधा मिलती है।

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सहायक अभिकरणों के लाभ ( Advantages of Auxiliary Agencies )

सहायक अभिकरण जो सामूहिक तौर पर दूसरे विभागों की सेवा करती हैं की अनेकों लाभ हैं जिनका वर्णन इस प्रकार है –

  • सामूहिक सेवाएं सभी विभागों के लिए लगभग एक जैसी होती है। इसलिए उन्हें यदि किसी एक प्रशासकीय संगठन में शामिल कर लिया जाए तो इससे एक तो प्रबंध ठीक प्रकार से सहायता करता है तथा दूसरा उस पर निगरानी रखने में आसानी हो जाती है।
  • प्रत्येक विभाग के लिए आवश्यकता अनुसार वस्तुएं उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी सहायक अभिकरण की होती है इसलिए सूत्र अभिकरण के अधिकारी अपना पूरा ध्यान संगठन के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए लगा सकते हैं।
  • सहायक एजेंसियों की स्थापना का एक और लाभ यह है कि इससे पैसा तथा समय दोनों में बचत होती है।
  • इससे प्रशासन में कई विभागो का कार्यभार कम होता है ।

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सहायक अभिकरणों के दोष ( Disadvantages of Auxiliary Agencies in Hindi )

सहायक अभिकरण की स्थापना से जहां अनेकों लाभ प्राप्त होते हैं वहीं इसके दोषों में भी कोई कमी नहीं है। सहायक अभिकरणों के दोष निम्नलिखित हैं –

  • सहायक एजेंसियों की स्थापना से प्रशासन कमजोर होता है क्योंकि इससे विभागों के टुकड़े हो जाते हैं जिससे सूत्र एजेंसियों के दायित्व कम हो जाते हैं।
  • सहायक एजेंसियां कई बार अपने उद्देश्य को सूत्र एजेंसियों के उद्देश्य से अधिक महत्व देते हैं जिससे प्रशासन के कार्यों में बाधा आती है।
  • सहायक एजेंसियों का एक अन्य दोष यह भी है कि कई बार यह सूत्र एजेंसियों के कार्यों में आवश्यकता से अधिक हस्तक्षेप करना आरंभ कर देती हैं जिससे सूत्र एजेंसियों को अपने कार्य करने में मुश्किलें आती है।
  • सहायक एजेंसियों का एक और दोष यह है कि यह कई बार सूत्र एजेंसियों को अपना पूरा सहयोग नहीं देते जिससे सूत्र एजेंसियों को लाभ की स्थान पर नुकसान उठाना पड़ता है।
  • इससे कई बार सूत्र एजेंसियों के अधिकारियों में क्रोध तथा ईर्ष्या की भावना पैदा होती है जो उनकी मनोबल पर बुरा प्रभाव डाल सकती है।

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FAQ Checklist

सहायक अभिकरणों के दोष क्या है ?

सहायक एजेंसियों की स्थापना से प्रशासन कमजोर होता है क्योंकि इससे विभागों के टुकड़े हो जाते हैं जिससे सूत्र एजेंसियों के दायित्व कम हो जाते हैं। इससे कई बार सूत्र एजेंसियों के अधिकारियों में क्रोध तथा ईर्ष्या की भावना पैदा होती है जो उनकी मनोबल पर बुरा प्रभाव डाल सकती है।

सहायक अभिकरणों के लाभ क्या है ?

प्रत्येक विभाग के लिए आवश्यकता अनुसार वस्तुएं उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी सहायक अभिकरण की होती है इसलिए सूत्र अभिकरण के अधिकारी अपना पूरा ध्यान संगठन के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए लगा सकते हैं।

सहायक स्टाफ से क्या अभिप्राय है ?

सहायक स्टाफ का अर्थ है सहायता देना। इस तरह यह किसी सहायक या अधीनस्थ की हैसियत से दूसरों की सहायता अथवा मदद करता है। सहायक स्टाफ प्रशासन की वह इकाई है जिसके सभी सदस्य प्रशासकीय सेवाओं की सामूहिक सेवा करते हैं। इससे प्रशासन में कई विभागो का कार्यभार कम होता है ।

सहायक एजेंसी क्या है?

सहायक एजेंसियां ​​मूल रूप से विभागों के लिए आम सेवाएं करती हैं लेकिन वे लोगों की सेवा नहीं करती हैं। वे लाइन एजेंसियों और विभागों की सेवा करते हैं। 

स्टाफ एजेंसियां ​​कितने प्रकार की होती हैं?

स्टाफ़ सेवाएँ तीन प्रकार की होती हैं: सामान्य कर्मचारी, तकनीकी कर्मचारी और सहायक कर्मचारी ।

लाइन स्टाफ और सहायक एजेंसी क्या है?

लाइन एजेंसियां ​​सीधे संगठनात्मक उद्देश्य की उपलब्धियों के लिए काम करती हैं, स्टाफ एजेंसियां ​​लाइन एजेंसियों को उनकी गतिविधियों में सलाह और सहायता देती हैं, और सहायक एजेंसियां ​​लाइन एजेंसियों को कॉमन हाउस-कीपिंग सेवाएं प्रदान करती हैं।

कर्मचारी संगठन क्या है?

यह संगठन सेना को जन्म देता है। क्षेत्र में एक कमांडर को स्टाफ अधिकारियों द्वारा उसकी रणनीतियों की योजना बनाने और निष्पादित करने में सहायता की जाती है। वह अपने शत्रुओं के पदों को जानना पसंद करेगा ताकि वह अपने स्वयं के रखने की योजना बना सके। कर्मचारी अधिकारी कमांडर को उसकी नौकरी के सभी पहलुओं में मदद करता है।

सहायक अभिकरणों के उदाहरण बताएं।

केंद्रीय खरीद एजेंसी सभी विभागों के लिए माल की खरीद का कार्य करती है। लोक निर्माण विभाग सभी विभागों के निर्माण संबंधी कार्य करता है। भारतीय सरकार की प्रेस केंद्र सरकार के सभी विभागों के लिए सब प्रकार की प्रकाशन का कार्य करता है। इसलिए इसे सहायक सेवा कहा जाता है। सहायक सेवा अभिकरण की स्थापना से प्रशासन में निपुणता आती है ,पैसे की बचत होती है तथा विभिन्न विभिन्न विभागों को काफी सुविधा मिलती है।

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