Pressure Groups Dabav Samuh Aur Rajnitik Dalon Me 6 Antar

Pressure Groups: दबाव समूह तथा राजनीतिक दलों में 6 अंतर

राजनीति विज्ञान हित और दबाव समूह

Pressure Groups दबाव समूह – राजनीति विज्ञान के सभी विषयों में दबाव -समूह और राजनीतिक दल का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। दबाव समूह के व्दारा सामान्य हित अपने हितों की रक्षा करते है जबकि राजनीतिक दल सरकार के लिए कार्य करती है। राजनीतिक दल एक संगठित संस्था है जबकि दबाव -समूह एक असंगठित संस्था है। हमारे लिए दोनों में अंतर समझना बहुत जरुरी है क्योंकि इससे हम राजनीति विज्ञान को अच्छे से समझ सकते है।

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राजनीतिक दल दबाव डालकर नही बल्कि संवैधानिक साधनों से सत्ता प्राप्त करना चाहते हैं । परन्तु दबाव -समूह सरकार पर दबाव डाल कर अपने हितों की रक्षा करवाते है। दबाव समूह तथा राजनीतिक दलों में अंतर को समझने से पहले आपको ये समझना होगा कि हित समूह Interest groups और दबाव समूह pressure groups क्या है ? आइये समझते है विस्तार से

Table of Contents विषय सूची

हित समूह Interest groups और दबाव समूह pressure groups क्या है ?

हित समूह Interest groups in Hindi- प्रत्येक समाज में कृषक , पूंजीपति , भूमिपति , शिक्षक , सरकारी कर्मचारी तथा मजदूरों व अन्य व्यवसायियों के विभिन्न प्रकार के हित पाए जाते हैं । जब एक ही प्रकार का हित रखने वाले लोग कोई संगठित रूप धारण कर लेते हैं तो उसे हित – समूह कहा जाता हैं ।

दबाव समूह pressure groups in Hindi- जब कोई हित – समूह अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए सरकार से सहायता चाहने लगता हैं और विधानमंडल के सदस्यों को इस रूप में प्रभावित करने का प्रयत्न करने लगता हैं कि सामान्य कानूनों का निर्माण अथवा उनमें संशोधन करते समय उनके हितों को ध्यान में रखा जाए ,तो वह दबाव – समूह का रूप धारण कर लेता हैं ।

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दबाव समूह तथा राजनीतिक दलों में 6 अंतर ( Difference Between Pressure Groups and Political Parties )

दबाव समूह  Pressure Groups अपने सदस्यों के हितों को विकसित करने तथा उन्हें सुरक्षित रखने के लिए उन्हें आवश्यक सुविधाएं प्रदान कराने तथा सरकार को उनके हितों के विरुद्ध कार्य करने से रोकने के लिए सरकार पर दवाव डालते रहते हैं । दबाव समूह का मतलब दबाव डालना होता हैं जो अपने हितों की रक्षा के लिए समय समय पर सरकार पर दबाव डालते रहते हैं जिससे सरकार उनकी हितों के विरुद्ध कार्य न करे । दबाव समूह तथा राजनीतिक दलों में 6 अंतर इस प्रकार हैं –

सदस्यता के आधार पर अंतर ( Difference on the Basis of Membership )

सदस्यता के आधार पर अंतर ( Difference on the Basis of Membership )-एक व्यक्ति एक समय में एक ही राजनीतिक दल का सदस्य बन सकता है । इसके विपरीत एक व्यक्ति एक ही समय में कितने भी दबाव समूहों का सदस्य बन सकता है । अतः राजनीतिक दल की सदस्यता अनन्य हैं ।

स्वरूप के आधार पर अंतर ( Difference on the Basis of Character )

स्वरूप के आधार पर अंतर Difference on the Basis of Character-राजनीतिक दल एक राजनीतिक संगठन होता हैं जो समाज के सामान्य हितों का प्रतिनिधित्व करता है जबकि दबाव समूह अराजनीतिक संगठन हैं । वह किसी विशेष वर्ग के समान हितों को लेकर चलता है ।

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चुनाव के आधार पर अंतर ( Difference on the Basis of Election )

चुनाव के आधार पर अंतर Difference on the Basis of Election-दबाव समूह चुनाव में भाग नहीं लेते । वे अपने सदस्यों को चुनाव में खड़ा करके विधानमंडल में नहीं भेजते और न ही उन्हें मंत्री बनवाना चाहते हैं । परंतु राजनीतिक दल चुनाव में भाग लेते हैं , अपने उम्मीदवार खड़े करते हैं ,उनके पक्ष में प्रचार करते हैं और उन्हें सफल बनाकर मंत्री-परिषद में भेजना चाहते हैं ।

उद्देश्य के आधार पर अंतर ( Difference on the Basis of Motive )

उद्देश्य के आधार पर अंतर Difference on the Basis of Motive-दबाव समूह का उद्देश्य सत्ता प्राप्त करना नहीं बल्कि सत्ता को प्रभावित करके उन पर दबाव डालकर अपने उद्देश्य की प्राप्ति करना है ।परन्तु राजनीतिक दल का उद्देश्य चुनावों में सफलता प्राप्त करके सत्ता पर नियंत्रण करना होता हैं ।

ढंग के आधार पर अंतर ( Difference on the Basis of Technique )

ढंग के आधार पर अंतर Difference on the Basis of Technique-दबाव समूह सरकार पर दबाव डालकर अपनी हित – पूर्ति करना चाहते है , वह संवैधानिक तथा असंवैधानिक दोनों तरीकों से अपना काम करता है । परंतु राजनीतिक दल दबाव डालकर नही बल्कि संवैधानिक साधनों से सत्ता प्राप्त करना चाहते हैं ।

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सम्बंधो के आधार पर अंतर ( Difference on the Basis of Relations )

सम्बंधो के आधार पर अंतर Difference on the Basis of Relations-राजनीतिक दलों का निर्माण अनेक दबाव -समूहों के मिलने से होता हैं ।अपने उद्देश्य की प्राप्ति के लिए वे प्रायः राजनीतिक दलों के माध्यम से शासन और विधायकों पर दबाव डालने का प्रयत्न करते रहते हैं ।

दबाव -समूह क्या होता और यह राजनीतिक दलों से कैसे भिन्न है। राजनीतिक दलों साथ दबाव -समूह में भेद करके आप अच्छे से समझ गए होंगे कि दोनों में भिन्नता पाई जाती है। उम्मीद है यह पोस्ट आपको पसंद आएगी। ऐसे ही रोजाना रोचक जानकारियों के लिए ज्ञान फॉरएवर पर बने रहे।

FAQ Checklist –

हित समूह और दबाव समूह में अंतर क्या हैं ?

जब एक ही प्रकार का हित रखने वाले लोग कोई संगठित रूप धारण कर लेते हैं तो उसे हित – समूह कहा जाता हैं । जब कोई हित – समूह अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए सरकार से सहायता चाहने लगता है, तो वह दबाव – समूह का रूप धारण कर लेता हैं।

दबाव समूह तथा राजनीतिक दलों में दो अंतर बताएं।

1 ) ढंग के आधार पर अंतर 2 ) उद्देश्य के आधार पर अंतर

दबाव-समूह उद्देश्य की प्राप्ति लिए क्या करते हैं ?

राजनीतिक दलों का निर्माण अनेक दबाव -समूहों के मिलने से होता हैं । अपने उद्देश्य की प्राप्ति के लिए वे प्रायः राजनीतिक दलों के माध्यम से शासन और विधायकों पर दबाव डालने का प्रयत्न करते रहते हैं ।

दबाव समूह तथा राजनीतिक दलों में कितना अंतर हैं ?

एक व्यक्ति एक समय में एक ही राजनीतिक दल का सदस्य बन सकता है । इसके विपरीत एक व्यक्ति एक ही समय में कितने भी दबाव समूहों का सदस्य बन सकता है । अतः राजनीतिक दल की सदस्यता अनन्य हैं ।

दबाव समूह तथा राजनीतिक दलों के कार्य में कितना अंतर हैं ?

दबाव समूह सरकार पर दबाव डालकर अपनी हित – पूर्ति करना चाहते है , वह संवैधानिक तथा असंवैधानिक दोनों तरीकों से अपना काम करता है । परंतु राजनीतिक दल दबाव डालकर नही बल्कि संवैधानिक साधनों से सत्ता प्राप्त करना चाहते हैं ।

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