Comparative Politics- तुलनात्मक शासन- तुलनात्मक राजनीति में अंतर

Comparative Politics: तुलनात्मक शासन तथा तुलनात्मक राजनीति में अंतर 

राजनीति विज्ञान तुलनात्मक राजनीति

Comparative Politics -Difference Between Government and Comparative Politics –तुलनात्मक शासन तथा तुलनात्मक राजनीति को समझने के लिए इसका अर्थ और विशेषताओं का अध्ययन जरुरी है। इसलिए अर्थ तथा विशेषताओं को ध्यान से पढ़ें। तुलनात्मक शासन तथा तुलनात्मक राजनीति में भिन्नता पाई जाती है क्योंकि दोनों का स्वरुप एक दूसरे बहुत अलग है।

तुलनात्मक शासन तथा तुलनात्मक राजनीति का अर्थ ( Meaning of Comparative Governance and Comparative Politics )

तुलनात्मक शासन तथा तुलनात्मक राजनीति ,राजनीति  विज्ञान की दो महत्वपूर्ण अवधारणाएं है। ( Comparative Politics: Difference Between Government and Comparative Politics  ) तुलनात्मक शासन और तुलनात्मक राजनीति एक  दूसरे से भिन्न है।  इन दोनों के अंतर को स्पष्ट करते हुए एडवर्ड ए फ्रीमैन ने  लिखा है – ” तुलनात्मक सरकार से मेरा अभिप्राय राजनीतिक संस्थाओं और सरकार के रूपों का तुलनात्मक अध्ययन है।  तुलनात्मक राजनीति  के नाम के अधीन मैं एक ही समय की और एक दूसरे से बहुत दुरी पर स्थित देशो की राजनीतिक समानताओं को एकत्र करता हूँ।  ”  तुलनात्मक शासन तथा तुलनात्मक राजनीति दोनों का स्वरुप भिन्न है।

इस प्रकार जब हम तुलनात्मक सरकार की बात करते हैं तो इससे हमारा अभिप्राय भिन्न भिन्न देशों के विधायी ,कार्यकारी , न्यायिक और प्रशासनिक अंगो के तुलनात्मक अध्ययन से है।  इसमें गैर सरकारी और अनौपचारिक संस्थाओं को शामिल नहीं किया जाता।  साधारण शब्दों में कहा जा सकता है की तुलनात्मक सरकार में राज्य और राजनीतिक संस्थाओं की कानूनी शक्तियों ,कार्यों का तुलनात्मक अध्ययन किया जाता है  या फिर औपचारिक राजनीतिक संस्थाओं की शक्तियों ,कार्यों , गुण व दोषों की अध्ययन को परम्परागत रूप में तुलनात्मक सरकार का अध्ययन कहा जाता है।  


इसके दूसरी ओर तुलनात्मक राजनीति  की धारणा काफी विस्तृत है।  इसमें विभिन्न समाजो ,समूहों और व्यक्तियों का समूचा राजनीतिक व्यवहार शामिल होता है।  इसका सम्बन्ध केवल औपचारिक संस्थाओं – विधानपालिका ,कार्यपालिका और न्यायपालिका के साथ ही नहीं होता बल्कि अनौपचारिक संस्थाओं जैसे की राजनीतिक दल , दबाव समूह ,हित समूह आदि तथा राजनीतिक प्रक्रियाओं जैसे की चुनाव मतदान , चुनाव सभाएं , जलसे – जुलूसों ,भाषा ,धर्म ,जाति तथा कबीले आदि के साथ भी होता है।  


इस प्रकार हम कह सकते है की तुलनात्मक राजनीति  विभिन्न राजनीतिक प्रणालियों का समुचित रूप में या फिर उनकी संरचनाओं और कार्यों का तुलनात्मक विश्लेषण करती है।  इसमें सभी देशों में विधमान राजनीतिक प्रणालियों का वैज्ञानिक ,व्यवहारवादी और अनुभववादी विश्लेषण किया जाता है।  

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 एम जी स्मिथ  

–  के शब्दों में तुलनात्मक राजनीति  में राजनीतिक संगठनों के   स्वरूपों ,उनकी विशेषताएं ,आपसी संबंधों और परिवर्तन के ढंगो का अध्ययन किया जाता हैं।

तुलनात्मक शासन तथा तुलनात्मक राजनीति में अंतर ( Difference Between Government and Comparative Politics in Hindi )


तुलनात्मक राजनीति  का विषय वस्तु व्यापक है और वैज्ञानिक सिद्धांत निर्माण एक उदेश्य है।  यह सभी राजनीतिक प्रणालियों यूरोपीय , एशियाई , अफ़्रीकी ,लातिनी अमरीका में राजनीतिक व्यवस्थाओं का विश्लेषण करता है।  इसक विपरीत तुलनात्मक सरकार  का विषय परम्परावादी रूप में राजनीतिक संस्थाओं की कानूनी शक्तियों के अध्ययन पर बल देता रहा है।  

Comparative Politics- तुलनात्मक शासन- तुलनात्मक राजनीति में अंतर इस प्रकार है – 

1. तुलनात्मक सरकार का विषय तुलनात्मक राजनीति  के विषय से पुराना है।  तुलनात्मक सरकार राजनीतिक अध्ययन का परम्परागत ढंग है जबकि तुलनात्मक राजनीति  अध्ययन का नया ढंग है। इस प्रकार तुलनात्मक शासन तथा तुलनात्मक राजनीति  में अंतर पाया जाता है।

2. तुलनात्मक शासन तथा तुलनात्मक राजनीति में दूसरा अंतर यह है कि तुलनात्मक सरकार का अध्ययन आदर्शवादी और तुलनात्मक राजनीति  का अध्ययन विश्लेषणात्मक और मूल्य रहित है।  

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3.तुलनात्मक सरकार का विषय क्षेत्र सीमित है।  इसमें राज्य और औपचारिक राजनीतिक संस्थाओं का ही अध्ययन शामिल होता है जबकि तुलनात्मक राजनीति  का विषय क्षेत्र काफी व्यापक है ,इसमें सभी राजनीतिक संरचनाओं ,कार्यों और प्रक्रियाओं का अध्ययन शामिल है।  इस तरह से तुलनात्मक शासन तथा तुलनात्मक राजनीति में भिन्नता पाई जाती है।

4.तुलनात्मक सरकार में आदर्श राजनीतिक संस्थाओं के सिद्धांत की रचना को उदेश्य माना जाता है।  वहां तुलनात्मक राजनीति  में राजनीति  के वैज्ञानिक सिद्धांत निर्माण को उदेश्य माना जाता है। 

5.तुलनात्मक सरकार का अध्ययन ऐतिहासिक ,दार्शनिक ,कानूनी , संस्थागत विधियों के व्दारा किया जाता है लेकिन तुलनात्मक राजनीति  वैज्ञानिक और अनुभववादी ढंगो पर निर्भर है।  

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6.तुलनात्मक सरकार अध्ययन में राजनीतिक  संस्थाओं के वातावरण के अध्ययन को महत्व  नहीं देती  जबकि तुलनात्मक राजनीति   वातावरण और  प्रारंभिक ढांचे के अध्ययन  महत्व दिया है।  

7.तुलनात्मक सरकार अन्तर विषयक अध्ययन विधि को कोई महत्व  नहीं देती परन्तु तुलनात्मक  राजनीति  में अन्तर विषयक अध्ययन  पर बल दिया  जाता है।  

8. तुलनात्मक शासन तथा तुलनात्मक राजनीति में भिन्नता यह भी है कि तुलनात्मक सरकारों  के  अध्ययन का स्वरुप वर्णनात्मक होता है जबकि तुलनात्मक राजनीति  का उदेश्य व्याख्या और भविष्यवाणी करना एवं वैज्ञानिक सिद्धांत निर्माण करना है।  

तुलनात्मक राजनीति की मुख्य विशेषताएँ -( Comparative Politics Characteristics,Features in Hindi )

1.मूल्य -मुक्त अध्ययन –  तुलनात्मक सरकार के विव्दान अपना अध्ययन कुछ मूल्यों को ध्यान में रखकर करते हैं परन्तु तुलनात्मक राजनीति के विव्दान मूल्य मुक्त  अध्ययन पर बल देते हैं।  

2.राजनीति का अध्ययन राजनीतिक व्यवस्था के रूप में – तुलनात्मक राजनीति के अध्ययन करने वाले विव्दानो ने राजनीति का अध्ययन करने के लिए राजनीतिक व्यवस्था की धारणा का प्रयोग किया है।  यह राजनीतिक प्रणालियों के तुलनात्मक अध्ययन ,कार्यों और प्रक्रियाओं के अध्ययन के लिए लाभदायक यन्त्र के रूप में प्रयोग किया जाता है।  

3.अन्तर अनुशासनिक दृष्टिकोण – यह एक अन्तर अनुशासनात्मक धारणा है।  यह राजनीतिक प्रक्रिया का अध्ययन मनोविज्ञान ,समाज – शास्त्र , मानव – शास्त्र ,अर्थशास्त्र और अन्य सामाजिक विज्ञानो के ज्ञान की सहायता से करने की आवश्यकता को स्वीकार करती है।  

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4.वैज्ञानिक सिद्धांत निर्माण एक उदेश्य के रूप में – इसका उदेश्य रजनीति के सम्बन्ध में वैज्ञानिक सिद्धांत निर्माण करना है।  धारणाओं ,सिद्धांतों और दृष्टिकोणों के विकास का उदेश्य यह है की राजनीति में वैज्ञानिक सिद्धांत निर्माण किया जा सके।  

5.क्षितिजीय और समतल तुलनात्मक अध्ययन – तुलनात्मक राजनीति में अलग अलग राज्यों की राजनीतिक प्रणालियों की संरचनाओं और कार्यों की तुलना के अतिरिक्त किसी एक राज्य के अंदर विधमान राजनीतिक संस्थाओं की तुलना भी की जाती है।  पहले प्रकार के अध्ययन को क्षितिजीय तुलनात्मक अध्ययन कहा जाता है और दूसरे प्रकार के अध्ययन को समतल तुलनात्मक अध्ययन कहा जाता है।  

6.व्यवस्थामूलक दृष्टिकोण – तुलनात्मक राजनीति में सविंधान के अध्ययन की अपेक्षा राजनीतिक व्यवस्था के अध्ययन को अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है और उसी के आधार पर राजनीतिक प्रतिक्रियाओं तथा संस्थाओं का तुलनात्मक अध्ययन किया जाता है।  परीक्षणों के आधार पर सिद्ध हो चूका है कि किसी भी राजनीतिक व्यवस्था के मूल में तीन शक्तियां कार्य करती है – राज्य सत्ता , शक्ति का एकाधिकार और शक्ति तंत्र।  इन तीनो शक्तियों के आधार पर ही किसी राजनीतिक व्यवस्था का औचित्य और अनौचित्य सिद्ध किया जा सकता है।  

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7.विकासशील देशों का अध्ययन – आधुनिक तुलनात्मक राजनीति में केवल पश्चिमी देशों का ही अध्ययन नहीं किया जाता है अपितु एशिया , लातिन अमेरिका तथा अफ्रीका के विकासशील देशों के अध्ययन की ओऱ भी ध्यान दिया जाता है।  सभी राजनीतिक वैज्ञानिकों के व्दारा माना गया है कि तुलनात्मक राजनीति में वर्तमान समय की सभी राजनीतिक प्रणालियों को शामिल किया जाना चाहिए।  

8.विश्लेषणात्मक व व्याख्यात्मक अध्ययन – केवल विवरणों स राजनीतिक संस्थाओं की सही प्रकति नहीं समझी जा सकती और ना ही राजनीतिक समस्याओं का हल किया जा सकता है , इसलिए राजनीतिक समस्याओं का अध्ययन समाधानात्मक , व्याख्यात्मक तथा विश्लेषणात्मक ढंग से किया जाना चाहिए। मनुष्य के राजनीतिक व्यवहार के सभी तथ्य इसके अध्ययन के मुख्य विषय है।   

9.राजनीति का वस्तुनिष्ठ अध्ययन – तुलनात्मक राजनीति में अलग अलग वातावरणों में राजनीति की प्रक्रियाओं का अनुभववादी और वस्तुनिष्ठ अध्ययन होता है।  केवल उन मूल्यों को अध्ययन के लिए योग्य समझा जाता है जिनका वैज्ञानिक ढंग से अध्ययन किया जा सकता है।  इसका ध्यान इस बात पर केंद्रित होता है  कि क्या है न कि क्या होना चाहिए।  

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10.व्यवहारवादी अध्ययन संबंधी दृष्टिकोण – तुलनात्मक राजनीति विश्व के सभी भागों में विधमान एवं कार्य कर रही राजनीतिक व्यवस्था  के वास्तविक व्यव्हार का अध्ययन करती है।  व्यवहारवाद राजनीतिक तथ्यों की व्याख्या व विश्लेषण का विशेष ढंग है , जिसके अंतर्गत राजनीति के व्यवहार पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।  सभी राजनीतिक संरचनाओं और कार्यों का स्पष्ट और वास्तविक अध्ययन करना तुलनात्मक राजनीति की प्रमुख विशेषता है।  

11.प्रारम्भिक ढांचे का अध्ययन – अब तुलनात्मक राजनीति व्यक्तियों ,समूहों  , संरचनाओं  , उप -प्रणालियों के वास्तविक व्यवहार का अध्ययन करती है।  निर्णय -निर्माण प्रक्रिया का अध्ययन तुलनात्मक राजनीति का अभिन्न अंग है।  यह राजनीति को प्रभावित करने वाली सभी प्रारंभिक संरचनाओं का भी अध्ययन करती है।  

12.संरचनात्मक व कार्यात्मक दृष्टिकोण –  आधुनिक दृष्टिकोण की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है की वह संरचनात्मक तथा कार्यात्मक दृष्टिकोण है।  आधुनिक युग में सभी विव्दान इस बात पर सहमत है कि राजनीतिक व्यवस्थाओं तथा संस्थाओं  की संरचना और कार्यों में बहुत ही घनिष्ठ सम्बन्ध होता है।  उदाहरणार्थ – किसी संगठन अथवा राजनीतिक प्रणाली के समुचित अध्ययन के लिए केवल इस बात को जान लेना ही पर्याप्त नहीं है कि उसका स्वरुप क्या है बल्कि यह भी जानना आवश्यक है की राजनीतिक संगठन तथा संस्था किस प्रकार कार्य करती है।  

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तुलनात्मक सरकार की विशेषताएं ( Features of Comparative Government in Hindi )

1.विभिन्न देशों में  विधमान राजनीतिक संस्थाओं के अध्ययन पर बल देती है। 

2.राजनीतिक संस्थाओं के अध्ययन के लिए दर्शन शास्त्रीय ,इतिहास तथा कानून का प्रयोग करना तथा सबसे उत्तम राजनीतिक संस्थाओं का निर्धारण करना।  

3.दुनिया के प्रमुख सविंधानों के अध्ययन पर जोर देना।  

4.राजनीतिक संस्थाओं की कानूनी शक्तियों तथा कार्यों के  अध्ययन पर बल देना। 

5.आदर्श राजनीतिक संस्थाओं के सिद्धांत का निर्माण करने का प्रयास।  

6.विभिन्न देशों की राजनीतिक संस्थाओं की तुलनात्मक शक्तियों और स्थितियों का अध्ययन करना।  

7.तुलनात्मक सरकार राजनीतिक अध्ययन का परम्परागत ढंग है।  

8.औपचारिक रूप में विधमान राजनीतिक संस्थाओं के संगठनों का अध्ययन।

दोस्तों इस पोस्ट में हमने आपको तुलनात्मक शासन और तुलनात्मक राजनीति का अर्थ , इन दोनों में अंतर और विशेषताएं बताई है। तुलनात्मक शासन तथा तुलनात्मक राजनीति में अंतर यह है कि तुलनात्मक सरकार का अध्ययन आदर्शवादी और तुलनात्मक राजनीति  का अध्ययन विश्लेषणात्मक और मूल्य रहित है।  उम्मीद है यह पोस्ट आपको पसंद आएगी। ऐसे ही रोचक जानकारियों के लिए ज्ञान फॉरएवर पर बने रहे।

FAQ Checklist

तुलनात्मक सरकार की विशेषताएं बताएं।

1.विभिन्न देशों में  विधमान राजनीतिक संस्थाओं के अध्ययन पर बल देती है। 
2.राजनीतिक संस्थाओं के अध्ययन के लिए दर्शन शास्त्रीय ,इतिहास तथा कानून का प्रयोग करना तथा सबसे उत्तम राजनीतिक संस्थाओं का निर्धारण करना।  
3.दुनिया के प्रमुख सविंधानों के अध्ययन पर जोर देना।  

तुलनात्मक राजनीति की मुख्य विशेषताए बताएं।

1.मूल्य -मुक्त अध्ययन –  तुलनात्मक सरकार के विव्दान अपना अध्ययन कुछ मूल्यों को ध्यान में रखकर करते हैं परन्तु तुलनात्मक राजनीति के विव्दान मूल्य मुक्त  अध्ययन पर बल देते हैं।  
2.राजनीति का अध्ययन राजनीतिक व्यवस्था के रूप में – तुलनात्मक राजनीति के अध्ययन करने वाले विव्दानो ने राजनीति का अध्ययन करने के लिए राजनीतिक व्यवस्था की धारणा का प्रयोग किया है।

तुलनात्मक शासन तथा तुलनात्मक राजनीति में अंतर क्या हैं ?

1. तुलनात्मक सरकार का विषय तुलनात्मक राजनीति  के विषय से पुराना है।  तुलनात्मक सरकार राजनीतिक अध्ययन का परम्परागत ढंग है जबकि तुलनात्मक राजनीति  अध्ययन का नया ढंग है। इस प्रकार तुलनात्मक शासन तथा तुलनात्मक राजनीति  में अंतर पाया जाता है।
2. तुलनात्मक शासन तथा तुलनात्मक राजनीति में दूसरा अंतर यह है कि तुलनात्मक सरकार का अध्ययन आदर्शवादी और तुलनात्मक राजनीति  का अध्ययन विश्लेषणात्मक और मूल्य रहित है।  

तुलनात्मक शासन तथा तुलनात्मक राजनीति की परिभाषाएं।

एडवर्ड ए फ्रीमैन ने  लिखा है – तुलनात्मक सरकार से मेरा अभिप्राय राजनीतिक संस्थाओं और सरकार के रूपों का तुलनात्मक अध्ययन है।  तुलनात्मक राजनीति  के नाम के अधीन मैं एक ही समय की और एक दूसरे से बहुत दुरी पर स्थित देशो की राजनीतिक समानताओं को एकत्र करता हूँ।

तुलनात्मक सरकार का अर्थ क्या हैं ?

 तुलनात्मक सरकार की बात करते हैं तो इससे हमारा अभिप्राय भिन्न भिन्न देशों के विधायी ,कार्यकारी , न्यायिक और प्रशासनिक अंगो के तुलनात्मक अध्ययन से है।  इसमें गैर सरकारी और अनौपचारिक संस्थाओं को शामिल नहीं किया जाता।  साधारण शब्दों में कहा जा सकता है की तुलनात्मक सरकार में राज्य और राजनीतिक संस्थाओं की कानूनी शक्तियों ,कार्यों का तुलनात्मक अध्ययन किया जाता है  या फिर औपचारिक राजनीतिक संस्थाओं की शक्तियों ,कार्यों , गुण व दोषों की अध्ययन को परम्परागत रूप में तुलनात्मक सरकार का अध्ययन कहा जाता है।  

तुलनात्मक राजनीति का अर्थ क्या हैं ?

तुलनात्मक राजनीति  की धारणा काफी विस्तृत है।  इसमें विभिन्न समाजो ,समूहों और व्यक्तियों का समूचा राजनीतिक व्यवहार शामिल होता है।  इसका सम्बन्ध केवल औपचारिक संस्थाओं – विधानपालिका ,कार्यपालिका और न्यायपालिका के साथ ही नहीं होता बल्कि अनौपचारिक संस्थाओं जैसे की राजनीतिक दल , दबाव समूह ,हित समूह आदि तथा राजनीतिक प्रक्रियाओं जैसे की चुनाव मतदान , चुनाव सभाएं , जलसे – जुलूसों ,भाषा ,धर्म ,जाति तथा कबीले आदि के साथ भी होता है। 

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