Political System राजनीतिक -व्यवस्था उपागम की आवश्यकता -राजनीतिक -व्यवस्था समाज में कानूनी व्यवस्था रखने और समाज में परिवर्तन लाने वाली व्यवस्था है . अरस्तु ने अपनी पुस्तक ” राजनीति ” में कहा है कि मनुष्य स्वभाव एवं आवश्यकता -वश एक सामाजिक प्राणी है। अपनी प्रारम्भिक और सामान्य आवश्यकताओ की पूर्ति हेतु उसे अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर रहना पड़ता है और एक -दूसरे के काम में सहयोग देना पड़ता है। राजनीतिक व्यवस्था के उपागम क्या है और इसकी जरुरत क्यों पड़ी आइये जानते है विस्तार से –
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राजनीतिक -व्यवस्था उपागम की आवश्यकता -( Need for Political System Approach )
Need for Political System Approach -सामाजिक जीवन के लिए आवश्यक है कि मनुष्य दुसरो के साथ व्यवहार के नियमो का पालन करे ताकि सभी मनुष्य अपने अपने कार्यों को ठीक प्रकार से पूरा कर सकें। नियम लागू करने के लिये निश्चित व्यवस्था की जरुरत रहती है। इस नियमबद्ध व्यवस्था को राज्य की संज्ञा दी जाती है।
अरस्तु महोदय ने राज्य की महत्ता बताते हुए कहा है की राज्य का जन्म मनुष्य के लिए हुआ और राज्य का अस्तित्व मनुष्य के अच्छे जीवन के लिया बना रहेगा।
Political System राजनीतिक -व्यवस्था में वर्तमान समय में राजनीति व सामाजिक -विज्ञानो के अध्ययन के लिए नए उपागमों का प्रयोग किया जा रहा है। राजनीति विज्ञान के अध्ययन को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए व्यापक ढांचे की जरुरत है। इसी ढांचे को राजनीतिक व्यवस्था उपागम का नाम दिया गया है। इसकी आवश्यकता के निम्नलिखित कारण है –
1.पुरानी धारणाओं की अनुपयुक्तता ( Inadequacy of old concepts )
पुरानी धारणाओं की अनुपयुक्तता ( Inadequacy of old concepts )–दूसरे महायुध्द के बाद एशिया और अफ्रीका के कई देशों में संवैधानिक व्यवस्थाएं किसी अन्य रूप में अपनायी गई तथा कोई और स्वरूप बन गया। जिस कारण राजनीतिक संरचनाओं को समझना मुश्किल हो गया। राज्यों में इन धारणाओं का अलग अलग अर्थ लगाया जाने लगा। इसलिए नए राजनीतिक व्यवस्था उपागम की जरुरत को महसूस किया गया।
2.वैज्ञानिक अध्ययन के लिए ( Need For Scientific Study )
वैज्ञानिक अध्ययन के लिए ( Need For Scientific Study )-राजनीतिक अध्ययन को अधिक वैज्ञानिक बनाने के लिए राजनीतिक व्यवस्था के अध्ययन की आवश्यकता है। राजनीतिक व्यवस्था में मनुष्य राजनीतिक व्यव्हार का अध्ययन किया जाता है। यही अध्ययन राजनीती को अधिक वैज्ञानिक बनाता है।
3.राजनीति में यथार्थवादी दृष्टिकोण की आवश्यकता (A Need For realistic approach in politics ) –
.राजनीति में यथार्थवादी दृष्टिकोण की आवश्यकता (A Need For realistic approach in politics– राजनीतिक संस्थाओ अधययन राजनीतिक शक्तियों के व्यव्हार के अध्ययन के बिना अधूरा है। राजनीतिक व्यवस्था हमें वास्तविकता तक पहुंचने में मदद करती है।
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4.व्यापक ढांचे की आवश्यकता ( Necessity for a more comprehensive framework ) –
व्यापक ढांचे की आवश्यकता ( Necessity for a more comprehensive framework )-राज्य के क़ानूनी संस्थागत स्वरुप में केवल राजनीतिक समूहों व शक्तियों का अध्ययन किया जाता है। यह स्वरुप थोड़ा संकुचित है। अनौपचारिक शक्तियाँ क़ानूनी संस्थाओं सीमित व नियन्त्रित करती है। इसलिए राजनीतिक व्यवस्था के उपागम की आवश्यकता है।
5.मुक्त दृष्टिकोण की जरुरत ( A need for ideologically free approach in politics ) –
मुक्त दृष्टिकोण की जरुरत ( A need for ideologically free approach in politics ) राजनीतिक विश्लेषण के लिए विचारधारा रहित दृष्टिकोण की आवश्यकता है जो कि समय , स्थान और विचारधारा से मुक्त हो। राजनीतिक व्यवस्था उपागम विचारधारा से मुक्त है।
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FAQ Checklist
राजनीतिक -व्यवस्था उपागम क्या हैं ?
Need for Political System Approach -सामाजिक जीवन के लिए आवश्यक है कि मनुष्य दुसरो के साथ व्यवहार के नियमो का पालन करे ताकि सभी मनुष्य अपने अपने कार्यों को ठीक प्रकार से पूरा कर सकें। नियम लागू करने के लिये निश्चित व्यवस्था की जरुरत रहती है। इस नियमबद्ध व्यवस्था को राज्य की संज्ञा दी जाती है। राजनीति विज्ञान के अध्ययन को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए व्यापक ढांचे की जरुरत है। इसी ढांचे को राजनीतिक व्यवस्था उपागम का नाम दिया गया है।
राजनीतिक -व्यवस्था उपागम की आवश्यकता क्यों हैं ?
इसकी आवश्यकता के निम्नलिखित कारण है –
1 .पुरानी धारणाओं की अनुपयुक्तता ( Inadequacy of old concepts )–दूसरे महायुध्द के बाद एशिया और अफ्रीका के कई देशों में संवैधानिक व्यवस्थाएं किसी अन्य रूप में अपनायी गई तथा कोई और स्वरूप बन गया। जिस कारण राजनीतिक संरचनाओं को समझना मुश्किल हो गया। राज्यों में इन धारणाओं का अलग अलग अर्थ लगाया जाने लगा। इसलिए नए राजनीतिक व्यवस्था उपागम की जरुरत को महसूस किया गया।
2 .वैज्ञानिक अध्ययन के लिए ( Need For Scientific Study )-राजनीतिक अध्ययन को अधिक वैज्ञानिक बनाने के लिए राजनीतिक व्यवस्था के अध्ययन की आवश्यकता है। राजनीतिक व्यवस्था में मनुष्य राजनीतिक व्यव्हार का अध्ययन किया जाता है। यही अध्ययन राजनीती को अधिक वैज्ञानिक बनाता है।
राजनीतिक व्यवस्था में मुक्त दृष्टिकोण क्या हैं ?
मुक्त दृष्टिकोण की जरुरत ( A need for ideologically free approach in politics ) राजनीतिक विश्लेषण के लिए विचारधारा रहित दृष्टिकोण की आवश्यकता है जो कि समय , स्थान और विचारधारा से मुक्त हो। राजनीतिक व्यवस्था उपागम विचारधारा से मुक्त है।
राजनीतिक व्यवस्था में व्यापक ढांचे की आवश्यकता क्यों हैं ?
व्यापक ढांचे की आवश्यकता ( Necessity for a more comprehensive framework )-राज्य के क़ानूनी संस्थागत स्वरुप में केवल राजनीतिक समूहों व शक्तियों का अध्ययन किया जाता है। यह स्वरुप थोड़ा संकुचित है। अनौपचारिक शक्तियाँ क़ानूनी संस्थाओं सीमित व नियन्त्रित करती है। इसलिए राजनीतिक व्यवस्था के उपागम की आवश्यकता है।
वैज्ञानिक अध्ययन राजनीतिक व्यवस्था के अध्ययन में सहायक कैसे हैं ?
वैज्ञानिक अध्ययन के लिए ( Need For Scientific Study )-राजनीतिक अध्ययन को अधिक वैज्ञानिक बनाने के लिए राजनीतिक व्यवस्था के अध्ययन की आवश्यकता है। राजनीतिक व्यवस्था में मनुष्य राजनीतिक व्यव्हार का अध्ययन किया जाता है। यही अध्ययन राजनीती को अधिक वैज्ञानिक बनाता है।