भारत और श्रीलंका के संबंधों में तनाव का महत्वपूर्ण कारण तमिल समस्या है।
सन 1984 में तमिल समस्या इतनी गंभीर हो गई थी कि दोनों देशों के संबंधों में काफ़ी तनाव रहा।
सितंबर 1984 में श्रीलंका के राष्ट्रपति जूनियर रिचर्ड जयवर्द्धने ने घोषणा की कि उनकी सरकार 95 हजार भारतीय तमिलों को नागरिकता प्रदान करने वाली है।
दिसंबर 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने तमिल जाति के निर्दोष लोगों की अंधाधुंध हत्याओं की कड़ी निंदा की और तमिल समस्या का राजनीतिक हल निकालने की अपील की।